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साबरमती आश्रम में अभिलेखागार और अनुसंधान केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

s1. मुझे आज साबरमती आश्रम आकर और इस नए अभिलेखागार और अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन करके प्रसन्नता हुई है।

2. मैं पूर्व में भी अक्सर हृदय कुंज के इस मंच पर बैठ चुका हूं,जो एक विशेष स्थान है। हृदय कुंज एक दुर्बल-पतले व्यक्ति का घर था जिसने शक्तिशाली साम्राज्य के घुटने टिका दिए। जब भी मैं यहां आता हूं,नई आशा और विश्वास के साथ लौटता हूं।

द टाइम्स हायर एजूकेशन ‘ब्रिक्स एंड एनर्जिंग इकोनोमिक्स यूनिवर्सिटीज समिट’ के प्रतिनिधियों को भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन द्वारा इन्फोसिस पुरस्कार 2014 वितरण का संबोधन अभिभाषण

sp1. मुझे द टाइम्स हायर एजूकेशन ब्रिक्स एंड एमर्जिंग इकोनोमिक यूनिवर्सिटीज समिट, 2015 के प्रतिनिधियों को संबोधित करने का अवसर प्राप्त करके वास्तव में प्रसन्नता हो रही है। मैं विशिष्ट प्रतिभागियों का स्वागत करता हूं। मैं टाइम्स हायर एजूकेशन और भारत में उन्हें साझीदार ओ.पी.

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा ऊर्जा-उत्सव ‘उमंग 2015’ के उद्घाटन के अवसर पर अभिभाषण

spIमुझे यहां ऊर्जा-उत्सव ‘उमंग2015’में आपके बीच इस ऊर्जात्मक और उत्साहित वातावरण,जो कि आपके बढ़-चढ़कर भागीदारी द्वारा तैयार किया गया है,आने में खुशी है। सर्वप्रथम मैं, दिल्ली के शिक्षा विभाग, टाटा कंपनी समूह और राष्ट्रपति सचिवालय के इस नवोन्मेष कार्यक्रम के लिए प्रशंसा करता हूं।

भारत के राष्ट्रपति द्वारा सेंट पाल कैथेड्रल में कोलकाता डायोसेस के द्विशताब्दी समापन समारोह पर अभिभाषण

1. मैं यहां उत्तरी भारत के चर्च कोलकाता डायोसेस के द्विशताब्दी समापन समारोह पर उपस्थित होकर प्रसन्न हूं। सर्वप्रथम मैं इस ऐतिहासिक संस्था को इसकी सेवा की सफल यात्रा और कोलकाता शहर और पूरे समाज के लिए प्रतिबद्धता पर मुबारकबाद देता हूं।

भारत के राष्ट्रपति द्वारा कोलकाता में एशियाटिक सोसायटी में राष्ट्रीय अखंडता पर इंदिरा गांधी स्मृति व्याख्यान

s 1. मैं वर्ष 2013में एशियाटिक सोसायटी इंदिरा गांधी स्मृति व्याख्यान देने में अपने आपको सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं परिषद के सदस्यों और एशियाटिक सोसायटी के सलाहकार बोर्ड के सदस्यों के प्रति व्याख्यान देने हेतु मुझे आमंत्रित करने के लिए आभार प्रकट करता हूं।

कर्नाटक सेंट्रल यूनिवर्सिटी के द्वितीय वार्षिक दीक्षांत समरोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

speech1. मैं कर्नाटक के केंद्रीय विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में उपस्थित होकर बहुत खुश हूं। यह विश्वविद्यालय वर्ष 2009 में आरंभ किए गए 16केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है। ये विश्वविद्यालय बहुधा देश के पिछड़े क्षेत्रों में स्थापित किए गए थे ताकि लोगों को उच्चतर शिक्षा सुलभ कराई जा सके।

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