मोबाइल गवर्नेंस परियोजना, ‘कर्नाटक मोबाइल वन’ के लोकार्पण के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
1. मुझे, कर्नाटक सरकार की मोबाइल गवर्नेंस परियोजना ‘कर्नाटक मोबाइल वन’, के लोकार्पण के लिए इस अपराह्न यहां उपस्थित होकर प्रसन्नता हो रही है। एक समेकित मोबाइल सक्षम सेवा सुपुर्दगी प्रणाली आरंभ करने के इस अग्रणी प्रयास के लिए मैं राज्य सरकार की सराहना करता हूं। मुझे बताया गया है कि यह देश में अपनी तरह की अद्वितीय पहल है और शासन में नए युग के सूत्रपात का प्रतीक है।
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन द्वारा इन्फोसिस पुरस्कार 2014 वितरण के लिए आयोजित समारोह के लिए वीडियो संदेश
इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन के ट्रस्टीगण; सम्माननीय जूरी के अध्यक्ष, इन्फोसिस पुरस्कार 2014 के विजेता तथा अतिथिगण, नमस्कार।
मुझे इस विशिष्ट सभा को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है तथा मैं इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन को इन्फोसिस पुरस्कार 2014 की स्थापना के लिए बधाई देता हूं, जिसमें छह श्रेणियों में वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की विशिष्ट उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करते हुए उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों को ‘संसद और नीति निर्माण’ विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का नव-वर्ष का संबोधन
कुलपतिगण,
निदेशकगण,
उच्च शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों के अध्यक्षगण,
संकाय सदस्यगण, और
प्यारे विद्यार्थियो,
गणतंत्र दिवस 2015 की पूर्व संध्या पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का राष्ट्र के नाम संदेश
मेरे प्यारे देशवासियो,
छियासठवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, मैं भारत और विदेशों में बसे आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूं। मैं, हमारी सशस्त्र सेनाओं, अर्ध-सैनिक बलों तथा आंतरिक सुरक्षा बलों के सदस्यों को अपनी विशेष बधाई देता हूं।
संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति, महामहिम श्री बराक ओबामा के सम्मान में आयोजित राजभोज में माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण
महामहिम, राष्ट्रपति बराक ओबामा,
श्रीमती मिशेल ओबामा,
महामहिमगण,
विशिष्ट अतिथिगण,
देवियो और सज्जनो,
राष्ट्रपति महोदय, आज की शाम आपका और प्रथम महिला का स्वागत करना बहुत सम्मान तथा सौभाग्य की बात है। आपकी भारत की पिछली यात्रा के दौरान ऐसे ही राजभोज में आपसे मिलने की खुशी के बाद मुझे इस बार मेजबान के रूप में आपकी अगवानी करते हुए दोगुनी प्रसन्नता हो रही है।
कुलपति सम्मेलन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा प्रारंभिक उद्बोधन
श्रीमती स्मृति ज़ुबिन ईरानी, मानव संसाधन विकास मंत्री,
श्री सत्यनारायण मोहंती, सचिव, उच्च शिक्षा विभाग,
प्रो. वेद प्रकाश, अध्यक्ष, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग,
केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण,
वरिष्ठ अधिकारीगण,
देवियो और सज्जनो,
नमस्कार,
मैं इस सम्मेलन में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। हम तीसरी बार राष्ट्रपति भवन में मिल रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि हमारा विचार-विमर्श पूर्व दो अवसरों की भांति सघन और सार्थक रहेगा।
सिंगापुर के राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित राजभोज के अवसर पर माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण
महामहिम,
डॉ. टोनी तान केंग यम,
सिंगापुर गणराज्य के राष्ट्रपति,
मादाम मैरी तान,
विशिष्ट अतिथिगण,
महामहिम आपका और मादाम मैरी तान तथा आपके शिष्टमंडल के विशिष्ट सदस्यों का आपकी भारत की पहली यात्रा पर, अत्यंत हार्दिक स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है।
महामहिम,
गुजरात विद्यापीठ के बासठवें दीक्षांत समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
1. गुजरात विद्यापीठ के बासठवें दीक्षांत समारोह के लिए आज यहां उपस्थित होना मेरा सौभाग्य है। इस ऐतिहासिक संस्थान की स्थापना1920 में गांधीजी ने की थी जो आरंभ से इसके कुलाधिपति थे और अपनी अंतिम सांस तक बने रहे। गांधीजी और सरदार वल्लभ भाई पटेल के बाद,डॉ.
श्रीलंका के राष्ट्रपति, महामहिम श्री मैथ्रीपाला सिरिसेना के सम्मान में आयोजित राजभोज के अवसर पर माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण
महामहिम, राष्ट्रपति मैथ्रीपाला सिरिसेना,
श्रीमती जयंति सिरिसेना,
भारत के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी,
विशिष्ट देवियो और सज्जनो,

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