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विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 13वें दीक्षांत समारोह में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

sp1. मुझे आपके जीवन के इस महत्वपूर्ण अवसर पर आपके बीच उपस्थित होकर प्रसन्नता हो रही है। सर्व प्रथम, मैं उन्हें बधाई देता हूं जिन्होंने इस प्रतिष्ठित संस्थान से अपना उपाधि कार्यक्रम पूरा किया है। मैं,हमारे देश के एक विख्यात इंजीनियर, योजनाकार तथा राजनेता सर एम.विश्वेश्वरैया के नाम पर रखे गए इस संस्थान में मुझे आमंत्रित करने के लिए प्रबंधन को धन्यवाद देता हूं।

राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक पुरस्कार-वयोश्रेष्ठ सम्मान 2015 प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

spअंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर आज आपके बीच उपस्थित होना वास्तव में मेरे लिए एक सुखद अवसर है। वृद्धों को उल्लेखनीय सेवा प्रदान करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को‘वयोश्रेष्ठ सम्मान’के द्वारा सम्मानित करना मेरा सौभाग्य है।

भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों को भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का संबोधन

speechरायल हाईनेस, प्रिंसेस विज़दान,

जार्डन के महामहिम प्रधानमंत्री डॉ. अब्दुल्ला एन्सोर,

माननीय मंत्रीगण,

जॉर्डन की संसद के सदस्य,

भारत के राजदूत, श्री अनिल त्रिगुणायत,

विशिष्ट देवियो और सज्जनो,

भारत के राष्ट्रपति की जॉर्डन की प्रथम सरकारी यात्रा पर आकर मैं बहुत खुश हूं।

जॉर्डन विश्वविद्यालय द्वारा मानद डाक्टरेट की उपाधि प्रदान करते समय भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

speechउच्चतर शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान के महामहिम श्री लबीब अल खदरा,

जार्डन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष महामहिम डॉ. एक्ल़िफ,

संकाय के सदस्यो और शैक्षिक समुदाय के विशिष्ट सदस्यो,

देवियो और सज्जनो,

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा राजभोज में राष्ट्रपति अब्बास के उद्बोधन के प्रत्युत्तर में अभिभाषण

speechमहामहिम राष्ट्रपति महमूद अब्बास, फिलस्तीन राष्ट्र के राष्ट्रपति

देवियो और सज्जनो,

एक भारतीय राष्ट्रपति की फिलस्तीन की प्रथम राजकीय यात्रा पर यहां उपस्थित होना वास्तव में एक महान अवसर है।

अल-कुड्स विश्वविद्यालय द्वारा मानद डाक्टरेट की डिग्री प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा स्वीकृति अभिभाषण

speechमाननीय प्रधान मंत्री, महामहिम श्री रामी हमदल्लाह,

माननीय शिक्षा मंत्री, महामहिम श्री साबरी सैदम,

माननीय अध्यक्ष, अल-कुड्स विश्वविद्यालय श्री इमाद अबु किशेक,

संकाय और शैक्षिक समुदाय के सदस्य,

विशिष्ट अतिथिगण,

समारोहिक स्वागत के तदुपरांत प्रेस और शिष्टमंडल के लिए भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का उद्बोधन

1. मैं आज यहां आकर बहुत प्रसन्न हूं। यह भारत के राष्ट्रपति की इज़राइल की प्रथम ऐतिहासिक राजकीय यात्रा है। मैं राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन और इज़राइल की जनता को मेरे और मेरे शिष्टमंडल के हार्दिक स्वागत और शानदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद करता हूं।

2. मेरे यहां पहुंचते ही मैं याद वार्शेम गया और वहां स्मारक पर सभी पुरुषों,महिलाओं और बच्चों की स्मृति में प्रार्थना की।

3. मेरे साथ माननीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री,श्री थावरचंद गहलोत और भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों और क्षेत्रों के प्रतिनिधि भी आए हैं। प्रख्यात शिक्षाविदों का समूह भी मेरे साथ आया है।

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा नेसेट में संबोधन

सलाम और नमस्ते,

माननीय यूली एडेजस्टीन, नेसेट के स्पीकर, नेसेट के सदस्यो,

महामहिम,

मैं भारतीय राष्ट्रपति के रूप में इजरायल की प्रथम राजकीय यात्रा करने में अत्यंत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं कल से जब यहां पहुंचा हूं मुझे उस हार्दिक स्वागत और शानदार आतिथ्य का अहसास हो रहा है जो मुझे और मेरे शिष्टमंडल को मिला है। नेसेट और इजराइल की जनता के विशिष्ट प्रतिनिधियों को संबोधित करने के लिए आमंत्रण ग्रहण करना सचमुच बड़े सम्मान का विषय है। मैं भारत के लोगों की ओर से आपको हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

नेसेट के विशिष्ट सदस्यो,

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