भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को वर्ष 2014 का गांधी शांति पुरस्कार प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मुझे आप के बीच उपस्थित होकर खुशी हो रही है। यह उचित है कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग तथा अंतरिक्ष आधारित सेवाओं के द्वारा भारत के रूपांतरण में इसकी सेवाओं को सम्मानित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को वर्ष2014 का गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।

मैं स्वच्छ भारत अभियान के प्रति समर्पित सभी एम्बेसडर को एक साथ लाने के लिए शहरी विकास मंत्रालय को बधाई देता हूं। इस कार्यक्रम के प्रति इस प्रकार का भारी उत्साह देखकर प्रसन्नता हो रही है तथा आज आपकी जोरदार उपस्थिति से मुझे इसकी सफलता का विश्वास हो गया है।
1. मुझे आपके जीवन के इस महत्वपूर्ण अवसर पर आपके बीच उपस्थित होकर प्रसन्नता हो रही है। सर्व प्रथम, मैं उन्हें बधाई देता हूं जिन्होंने इस प्रतिष्ठित संस्थान से अपना उपाधि कार्यक्रम पूरा किया है। मैं,हमारे देश के एक विख्यात इंजीनियर, योजनाकार तथा राजनेता सर एम.विश्वेश्वरैया के नाम पर रखे गए इस संस्थान में मुझे आमंत्रित करने के लिए प्रबंधन को धन्यवाद देता हूं।
देवियो और सज्जनो,
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर आज आपके बीच उपस्थित होना वास्तव में मेरे लिए एक सुखद अवसर है। वृद्धों को उल्लेखनीय सेवा प्रदान करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को‘वयोश्रेष्ठ सम्मान’के द्वारा सम्मानित करना मेरा सौभाग्य है।
रायल हाईनेस, प्रिंसेस विज़दान,
उच्चतर शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान के महामहिम श्री लबीब अल खदरा,
महामहिम राष्ट्रपति महमूद अब्बास, फिलस्तीन राष्ट्र के राष्ट्रपति
माननीय प्रधान मंत्री, महामहिम श्री रामी हमदल्लाह,