भारतीय प्रबंध संस्थान के चतुर्थ दीक्षांत समारोह के अववसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
1.मुझे आज भारतीय प्रबंध संस्थान, रायपुर के चतुर्थ वार्षिक दीक्षांत समारोह के लिए आपके बीच उपस्थित होकर गौरव का अनुभव हो रहा है।
मित्रो, देवियो और सज्जनो,
शिक्षा से जीवन समृद्ध होता है, चिंतन परिष्कृत होता है, नए विचारों का प्रसार होता है तथा मानवीय क्षमता में वृद्धि होती है। शिक्षा भविष्य में विकास को बढ़ावा देगी इसलिए यह जरूरी है कि हम कुशल तथा सक्षम मानवशक्ति को ऐसी भारी संख्या में तैयार करें जो हमारे देश की तीव्र आर्थिक प्रगति को संचालित कर सके तथा गरीबी, अभाव तथा पिछड़ेपन से छुटकारा दिलाने में हमें सक्षम बना सके।