नामिबिया के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित स्वागत राजभोज में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा संबोधन
1. मेरे और मेरे सहयोगियों के लिए इस प्रकार का सौहार्द और आतिथ्य आयोजित करने में सचमुच मुझे गौरव का अनुभव हो रहा है। इस राजभोज में नामिबिया के राष्ट्रपति के अभिभाषण को भारत और नामिबिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाएगा। मैं स्वयं को स्वैपो के संस्थापकों और नामिबिया के नेताओं की इस उपस्थिति के द्वारा सौभाग्यशाली समझता हूं जिन्होंने न केवल स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया बल्कि महत्वपूर्ण योगदान भी दिया ताकि नामिबिया की जनता और सरकार राष्ट्रमंडल में अपना आधिकारिक स्थान प्राप्त कर सकें।
महामहिम,

1. मेरे लिए कथक केंद्र में ‘विवेकानंद समभागार’के उद्घाटन में भाग लेना सचमुच सौभाग्यशाली है। मैं इस अवसर पर श्री महेश शर्मा,संस्कृतिक मंत्रालय, श्री एन.पी.
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प्यारे देशवासियो:
1. मैं इस कार्यालय भवन,जिसमें भारत चैम्बर ऑफ कामर्स का आवास होगा,के उद्घाटन के अवसर पर सचमुच बहुत प्रसन्न हूं। मैं आपको अपना कार्यालय भवन होने की बधाई देता हूं। भारत चैम्बर ऑफ कामर्स भारत के सबसे पुराने चैम्बरों में से एक है जिसका इतिहास1900वर्ष पुराना है जब इसे विशेष समुदाय से संबंधित एक एसोसिएशन ऑफ मर्चेंट्स के रूप में गठित किया गया था।
1. मुझे भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी और सेंट जॉन एंबुलेस की वार्षिक आम बैठक में आपका स्वागत करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।
आफिसर्स ट्रेंनिंग अकादमी के आसपास के सुंदर क्षेत्र में आपके बीच प्रमुख कमांडर के रूप में उपस्थित होने में और इस परेड को देखने में मुझे बेहद प्रसन्नता हुई जिसमें भारतीय सेना के प्रमाणित अधिकारियों के रूप में आपके जीवन की एक नई सुबह निहित है।