भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण केंद्र (आईसीएमएफ), एचएएल के उद्घाटन समारोह के अवसर पर संबोधन
मुझे, इस महत्वपूर्ण अवसर पर आप सभी के बीच आकर बहुत खुशी हो रही है। वास्तव में न केवल हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए क्रायोजेनिक और सेमी-क्रायोजेनिक इंजन बनाने के लिए एक अत्याधुनिक इकाई का होना एक ऐतिहासिक क्षण है। मुझे बताया गया है कि इससे भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों की जरूरतें पूरी होंगी, और हमारे देश की कई उपलब्धियां बढ़ेंगी। मैं इस प्रतिष्ठित परियोजना से जुड़े सभी लोगों को बधाई देती हूं।