building-logo

डॉ. राजेंद्र प्रसाद

Submitted by adminnn on

राजेंद्र प्रसाद (3 दिसंबर 1884 - 28 फरवरी 1963) एक भारतीय राजनीतिज्ञ, वकील, भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता, पत्रकार और पत्रकार थे। विद्वान जिन्होंने 1950 से 1962 तक भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए और बिहार और महाराष्ट्र के क्षेत्र से एक प्रमुख नेता बन गए।

श्री वराहगिरी वेंकट गिरि

Submitted by adminnn on

वराहगिरी वेंकट गिरि (10 अगस्त 1894 - 24 जून 1980) ओडिशा के बेरहामपुर के एक भारतीय राजनेता और कार्यकर्ता थे, जिन्होंने 24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974 तक भारत के चौथे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वह 13 मई 1967 से भारत के तीसरे उपराष्ट्रपति भी रहे। 3 मई 1969 तक। वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुने जाने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। उन्हें 1974 में फखरुद्दीन अली अहमद ने अध्यक्ष बनाया। अपने पूर्ण कार्यकाल की समाप्ति के बाद, गिरि को भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 1975 में। गिरि की मृत्यु 24 जून 1980 को हुई।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन

Submitted by adminnn on

सर्वपल्ली राधाकृष्णन ओम (5 सितंबर 1888 - 17 अप्रैल 1975), मूल रूप से राधाकृष्णनय्या, एक भारतीय दार्शनिक और राजनेता थे। उन्होंने 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वह 1952 से 1962 तक भारत के पहले उपराष्ट्रपति भी रहे। वह 1949 से 1952 तक सोवियत संघ में भारत के दूसरे राजदूत थे। वे चौथे उप-राष्ट्रपति भी थे- 1939 से 1948 तक बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति और 1931 से 1936 तक आंध्र विश्वविद्यालय के दूसरे कुलपति।

श्री राम नाथ कोविंद

Submitted by adminnn on

राम नाथ कोविंद एक भारतीय राजनेता हैं जिन्होंने 2017 से 2022 तक भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं।

श्री प्रणब मुखर्जी

Submitted by adminnn on

प्रणब मुखर्जी बीआर (11 दिसंबर 1935 - 31 अगस्त 2020) एक भारतीय राजनेता और राजनेता थे, जिन्होंने 2012 से 2017 तक भारत के 12 वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। पांच दशक के राजनीतिक करियर में, मुखर्जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक वरिष्ठ नेता थे और भारत सरकार में कई मंत्रिस्तरीय विभागों पर कब्जा कर लिया।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के 25वें दीक्षांत समारोह में संबोधन (HINDI)

आज इस विश्वविद्यालय के 25वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर आपको संबोधित करते हुए मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। दीक्षांत समारोह केवल डिग्री, पुरस्कार और पदक प्रदान करने का एक अवसर ही नहीं है बल्कि अर्जित क्षमताओं के माध्यम से नई चुनौतियों को स्वीकार करने और अपने सपनों को साकार करने के लिए, संकल्प लेने का अवसर भी है। आज उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं और आपके सुखद भविष्य की कामना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद - राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के 19वें दीक्षांत समारोह पर सम्बोधन (HINDI)

आज National Dairy Research Institute (NDRI) के दीक्षांत समारोह में यहाँ उपस्थित होकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मेरा मानना है कि यह क्षेत्र डेयरी और उससे जुड़े उत्पादों के अनुसंधान के लिए उपयुक्त स्थान है। हरियाणा के लोग बड़े गर्व से कहते हैं - "दूध-दही का ख़ाना, म्हारा देश हरियाणा!” पंजाब और हरियाणा के किसानों ने हरित क्रांति के साथ-साथ श्वेत क्रांति की सफ़लता में भी विशेष भूमिका निभाई है। मैं सभी किसानों को नमन करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर सम्बोधन


इस सुन्दर कैम्पस में आज आप सभी के बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई है। अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध शिमला में अध्ययन करना आप सबके लिए एक सुखद अनुभव रहा होगा। आज डिग्री प्राप्त कर रहे सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं।

यह दीक्षांत समारोह आपके माता-पिता, प्रियजनों और सभी शिक्षकों के लिए भी विशेष महत्व रखता है। आपकी अब तक की जीवन यात्रा में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है। मैं उन सभी के योगदान की सराहना करते हुए उनको विशेष बधाई देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में सम्बोधन

राष्ट्रपति के रूप में हिमाचल प्रदेश की अपनी पहली यात्रा के दौरान स्नेह और उत्साह से भरे आपके स्वागत के लिए मैं आप सब का आभार व्यक्त करती हूं। इस देवभूमि हिमाचल की पवित्र भूमि को मैं नमन करती हूँ। गत वर्ष मैं राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी के रूप में हिमाचल प्रदेश के बद्दी आयी थी। मैं पहले भी इस राज्य की यात्रा कर चुकी हूँ। यहां के स्नेही और सरल स्वभाव के लोगों से मिलने का सुखद अनुभव मुझे याद है। आज यहाँ आकर मुझे फिर उसी आनंद का अनुभव हो रहा है।

देवियो और सज्जनो

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 'पंचायतों को प्रोत्‍साहन' विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन और राष्‍ट्रीय पंचायत पुरस्‍कार प्रदान करने के अवसर पर सम्बोधन

आज राष्‍ट्रीय पंचायत पुरस्‍कार से सम्मानित सभी सरपंचों, ग्राम प्रधानों एवं पंचायत प्रतिनिधियों को हार्दिक बधाई! अपने प्रयासों के बल पर आपने अपने पंचायत को विकास के इस शिखर पर पहुंचाया है। इसके लिए आप और आपके सभी पंचायतवासी प्रशंसा के पात्र हैं। मैं आशा करती हूं भविष्य में भी आपकी पंचायत विकास के नए प्रतिमान स्थापित करती रहेगी, और दूसरी पंचायतों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेगी।

देवियो और सज्जनो,

समाचार प्राप्त करें

Subscription Type
Select the newsletter(s) to which you want to subscribe.
समाचार प्राप्त करें
The subscriber's email address.