भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान की स्थापना के 75वें वर्ष के अवसर पर सम्बोधन
ICAI के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर आप सभी के साथ जुड़कर मुझे खुशी हो रही है। यह वास्तव में सुखद है कि आपका यह उत्सव देश की गौरवशाली यात्रा के साथ भी जुड़ा है। आप सब आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित 'आजादी का अमृत महोत्सव' के दौरान यह स्थापना दिवस मना रहे हैं।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का PVTGS के कार्यक्रम में सम्बोधन
आप सभी जनजातीय भाई-बहनों का राष्ट्रपति भवन परिसर में हार्दिक स्वागत है। यह राष्ट्रपति भवन परिसर सभी देशवासियों का है। इसे आप अपना ही समझिए।
मुझे यह बताया गया है कि आप में से कई भाई-बहन ऐसे हैं जो पहली बार जंगल और गांव से बाहर निकले हैं और शहर में आए हैं। आप सभी से मिलकर मुझे बहुत अधिक खुशी हुई है।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय दूतावास द्वारा भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों के लिए आयोजित स्वागत समारोह में संबोधन
मैं भारत की सरकार और जनता की ओर से आप सभी का हार्दिक अभिवादन करती हूं।
मैं स्मरणीय इतिहास से पूर्ण देश Serbia, और खूबसूरत Belgrade में आकर बहुत खुश हूं। यह मेरी Europe की पहली राजकीय यात्रा भी है।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर संबोधन
आज यहां इस सुंदर और सुप्रसिद्ध Independence Square में आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आपके द्वारा मेरे और समस्त प्रतिनिधिमंडल के उत्साहपूर्ण स्वागत और आतिथ्य से मैं अभिभूत हूं। मैं, भारत में आपके भाइयों और बहनों की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं। आपके देश की यह मेरी पहली यात्रा है और आज का दिन एक विशेष अवसर है।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के सर्वोच्च पुरस्कार,"GRAND ORDER OF THE CHAIN OF THE YELLOW STAR" से सम्मानित किये जाने के अवसर पर सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के सर्वोच्च पुरस्कार,"
सूरीनाम के सर्वोच्च पुरस्कार, "Grand Order of the Chain of the Yellow Star” से नवाज़ा जाना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है।