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भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन द्वारा इन्फोसिस पुरस्कार 2014 वितरण के लिए आयोजित समारोह के लिए वीडियो संदेश

इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन के ट्रस्टीगण; सम्माननीय जूरी के अध्यक्ष, इन्फोसिस पुरस्कार 2014 के विजेता तथा अतिथिगण, नमस्कार।

मुझे इस विशिष्ट सभा को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है तथा मैं इन्फोसिस विज्ञान फाउंडेशन को इन्फोसिस पुरस्कार 2014 की स्थापना के लिए बधाई देता हूं, जिसमें छह श्रेणियों में वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की विशिष्ट उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करते हुए उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।

गणतंत्र दिवस 2015 की पूर्व संध्या पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का राष्ट्र के नाम संदेश

spमेरे प्यारे देशवासियो,

छियासठवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, मैं भारत और विदेशों में बसे आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूं। मैं, हमारी सशस्त्र सेनाओं, अर्ध-सैनिक बलों तथा आंतरिक सुरक्षा बलों के सदस्यों को अपनी विशेष बधाई देता हूं।

संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति, महामहिम श्री बराक ओबामा के सम्मान में आयोजित राजभोज में माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण

महामहिम, राष्ट्रपति बराक ओबामा,

श्रीमती मिशेल ओबामा,

महामहिमगण,

विशिष्ट अतिथिगण,

देवियो और सज्जनो,

राष्ट्रपति महोदय, आज की शाम आपका और प्रथम महिला का स्वागत करना बहुत सम्मान तथा सौभाग्य की बात है। आपकी भारत की पिछली यात्रा के दौरान ऐसे ही राजभोज में आपसे मिलने की खुशी के बाद मुझे इस बार मेजबान के रूप में आपकी अगवानी करते हुए दोगुनी प्रसन्नता हो रही है।

कुलपति सम्मेलन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा प्रारंभिक उद्बोधन


श्रीमती स्मृति ज़ुबिन ईरानी, मानव संसाधन विकास मंत्री,

श्री सत्यनारायण मोहंती, सचिव, उच्च शिक्षा विभाग,

प्रो. वेद प्रकाश, अध्यक्ष, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग,

केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण,

वरिष्ठ अधिकारीगण,

देवियो और सज्जनो,

नमस्कार,

मैं इस सम्मेलन में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। हम तीसरी बार राष्ट्रपति भवन में मिल रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि हमारा विचार-विमर्श पूर्व दो अवसरों की भांति सघन और सार्थक रहेगा।

सिंगापुर के राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित राजभोज के अवसर पर माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण

spमहामहिम,

डॉ. टोनी तान केंग यम,

सिंगापुर गणराज्य के राष्ट्रपति,

मादाम मैरी तान,

विशिष्ट अतिथिगण,

महामहिम आपका और मादाम मैरी तान तथा आपके शिष्टमंडल के विशिष्ट सदस्यों का आपकी भारत की पहली यात्रा पर, अत्यंत हार्दिक स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है।

महामहिम,

गुजरात विद्यापीठ के बासठवें दीक्षांत समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

sp1. गुजरात विद्यापीठ के बासठवें दीक्षांत समारोह के लिए आज यहां उपस्थित होना मेरा सौभाग्य है। इस ऐतिहासिक संस्थान की स्थापना1920 में गांधीजी ने की थी जो आरंभ से इसके कुलाधिपति थे और अपनी अंतिम सांस तक बने रहे। गांधीजी और सरदार वल्लभ भाई पटेल के बाद,डॉ.

संसद के समक्ष भारत के राष्ट्रपति का अभिभाषण

माननीय सदस्यगण,

1. मैं, आशा और आकांक्षाओं से भरपूर इस नववर्ष में संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में आपका स्वागत करता हूँ। मेरा विश्वास है कि आपकी चर्चा सार्थक और उपयोगी होगी।

को 21 स्क्वाड्रन और 116 हैलीकॉप्टर यूनिट को ध्वज प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

मुझे, राजस्थान सेक्टर में भारत के सबसे पुराने और प्रमुख हवाई ठिकानों में से एक वायुसेना स्टेशन, जोधपुर में 21 स्क्वाड्रन तथा 116 हैलीकॉप्टर यूनिट को ध्वज प्रदान करने के लिए आज यहां आकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। इन विशिष्ट उड़ाका यूनिटों का गौरवपूर्ण इतिहास और पेशेवराना उत्कृष्टता की शानदार विरासत रही है। अपने गठन के समय से ही उन्होंने राष्ट्र की शानदार सेवा की है और हमें गौरवान्वित किया है। उनकी समृद्ध विरासत तथा उत्कृष्टता प्राप्ति की दिशा में शानदार प्रयासों ने दूसरों के द्वारा अनुकरणीय मापदंड स्थापित किए हैं। निस्वार्थ समर्पण, पेशेवराना निष्पादन तथा कठिनाइयों के समक्ष उनके साहस के लिए

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