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भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सफाई-मित्र सम्मेलन में सम्बोधन

श्री महाकालेश्वर की दैवी ज्योति से प्रकाशित तथा पावन शिप्रा नदी के आशीर्वाद से सिंचित इस धरती को मैं सादर नमन करती हूं। प्राचीन काल में इस क्षेत्र को अवन्तिका कहा जाता था। पवित्र ‘द्वादश-ज्योतिर्लिंग-स्तोत्रम्’ में प्रार्थना की जाती है:

अवन्ति-कायां विहिता-वतारम्   

वन्दे महाकाल-महा-सुरेशम् ।

अर्थात

अवन्तिका में अवतार लेने वाले ... देवाधिदेव महाकाल की हम वंदना करते हैं।

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का MNIT के 18वें दीक्षांत समारोह में संबोधन

आज के दीक्षांत समारोह में उपाधि और पदक पाने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। आपकी इस सफलता में आपकी मेहनत और लगन के साथ-साथ आपलोगों के माता-पिता, अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग और मार्गदर्शन का भी महत्वपूर्ण योगदान है। मैं उनकी भी सराहना करती हूं। आज मैंने जो 20 स्वर्ण पदक दिए हैं उनमें से 12 पदक हमारी बेटियों ने प्राप्त किए हैं जबकि उपाधि प्राप्त करने वाले कुल विद्यार्थियों में लगभग 29 प्रतिशत ही बेटियां हैं। पदक विजेताओं में बेटियों का यह अनुपात इस बात का प्रमाण है कि अगर उन्हें समान अवसर दिए जाएं तो वे अपेक्षाकृत अधिक उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं। मुझे बताया गया है कि

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 8 th India Water Week - 2024 के उद्घाटन समारोह में सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 8 th India Water Week - 2024 के उद्घाटन समारोह में सम्बोधन

यह आयोजन, भारत सहित, पूरे विश्व-समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जल-संसाधन के क्षेत्र से जुड़े देश-विदेश के प्रतिभागियों को प्रभावी मंच प्रदान करने के लिए मैं जल-शक्ति मंत्रालय की पूरी टीम की सराहना करती हूं। आप सभी प्रतिभागियों ने पूरी मानवता से जुड़े एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर चिंतन-मंथन करने के लिए उत्साह दिखाया है। इसके लिए मैं आप सबकी प्रशंसा करती हूं। मुझे बताया

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्बोधन

आज महान विचारक एवं शिक्षाविद तथा भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राधाकृष्णन की जयंती है। वे चाहते थे कि लोग उन्हें एक शिक्षक के रूप में याद करें। शिक्षक दिवस के इस अवसर पर, मैं सभी देशवासियों की ओर से उनकी स्मृति को नमन करती हूं।

आज स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा तथा कौशल विकास के प्रशिक्षण में उत्कृष्ट योगदान के आधार पर पुरस्कार पाने वाले सभी शिक्षकों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। आपने अपनी प्रतिबद्धता के बल पर विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने में सराहनीय भूमिका निभाई है।

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का ‘शासन आपल्या दारी’ और ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ के कार्यक्रम में सम्बोधन

आज महिलाओं के सशक्तिकरण और जन-कल्याण से जुड़े इस कार्यक्रम में आकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। इस कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में एकत्र हुई महिलाओं को संबोधित करना मेरे लिए ख़ुशी की बात है।

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का राष्ट्रीय जिला न्यायपालिका सम्मेलन के समापन समारोह में सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का राष्ट्रीय जिला न्यायपालिका सम्मेलन के समापन समारोह में सम्बोधन

अपनी स्थापना के बाद के पिछले 75 वर्षों के दौरान भारत के उच्चतम न्यायालय ने विश्व के सबसे बड़े लोकतन्त्र की न्याय-व्यवस्था के सजग प्रहरी के रूप में अपना अमूल्य योगदान दिया है। उच्चतम न्यायालय ने भारत के न्याय-शास्त्र यानी jurisprudence को बहुत सम्मानित स्थान दिलाया है। इसके लिए उच्चतम न्यायालय सहित भारतीय न्यायपालिका से जुड़े वर्तमान और अतीत के सभी लोगों के योगदान की मैं सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का Symbiosis International Deemed University के दीक्षांत समारोह में संबोधन

आज Symbiosis International deemed University के दीक्षांत समारोह में आप सब के बीच उपस्थित होकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। सर्वप्रथम मैं उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई देती हूं। आज स्वर्ण पदक पाने वाले सभी विद्यार्थी विशेष बधाई के पात्र हैं। मैं ‘Prof. Dr. S.B.

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का श्री वारणा महिला सहकारी उद्योग समूह के स्वर्ण जयंती समारोह में सम्बोधन

आज श्री वारणा समूह के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में आप सब को संबोधित करके मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। इस अवसर पर वारणा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देने के लिए मैं इस समूह से जुड़े सभी लोगों की सराहना करती हूं। मैं वारणा समूह के संस्थापक श्री विश्वनाथराव कोरे उर्फ तात्यासाहेब कोरे जी को आदर के साथ याद करती हूं जिनकी दूरदर्शिता और मेहनत से वारणा घाटी की बंजर भूमि आज हरी-भरी है। यह बहुत ही खुशी की बात है कि उनके पौत्र श्री विनय विलासराव कोरे जी, तात्यासाहेब के संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं।

देवियो और सज्जनो,

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का National Space Day कार्यक्रम में सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु  का National Space Day कार्यक्रम में सम्बोधन

वह ऐतिहासिक क्षण जब विक्रम लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक उतरा था, हर भारतीय के लिए अत्यंत प्रसन्नता का क्षण था। मैंने टच-डाउन का Live प्रसारण देखा था। हर भारतीय की तरह, मैं भी गर्व से भर गई थी।

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