भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का विविधता का अमृत महोत्सव के दूसरे संस्करण के उद्घाटन के अवसर पर सम्बोधन
आज भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विविधता के इस महोत्सव के दूसरे संस्करण के शुभारंभ के अवसर पर मैं आप सब को बधाई देती हूँ। यह हम सब के लिए प्रसन्नता का विषय है कि राष्ट्रपति भवन में देश के दक्षिणी राज्यों की समृद्ध परंपरा और सांस्कृतिक विरासत की झलक सब लोग देख पाएंगे। साथ ही उनके हस्त-शिल्प, हस्त-करघा, लोक-नृत्य, लोक-गीत, खान- पान तथा वहाँ के प्रतिभाशाली कलाकारों और कारीगरों को भी करीब से जानने का अवसर हम सभी को मिलेगा। मैं केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जी और उनकी पूरी टीम की इस प्रयास में भागीदारी के लिए सराहना करती हूँ।