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भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा, भारतीय रेलवे सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों द्बारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा, भारतीय रेलवे सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों द्बारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन

मैं भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा के सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देती हूँ। मैं भूटान की रॉयल ऑडिट अथॉरिटी के अधिकारियों को विशेष बधाई देती हूँ। 

मैं रेलवे सेवाओं के यातायात, लेखा एवं सुरक्षा से संबंधित परिवीक्षा अधिकारियों को भी बधाई देती हूँ। 

बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी), मेसरा के प्लैटिनम जयंती समारोह में भारत की माननीय राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का संबोधन

ADDRESS BY THE HON’BLE PRESIDENT OF INDIA, SMT DROUPADI MURMU AT PLATINUM JUBILEE CELEBRATIONS OF BIT MESRA

मुझे आप सब के बीच आकर अत्यधिक प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा, अपने 70 वर्ष पूरे करने जा रहा है जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस संस्थान ने देश के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। मैं आपको तथा इस अग्रणी संस्थान से जुड़े सभी लोगों को बीआईटी की प्लेटिनम जुबली पर हार्दिक बधाई देती हूँ! 

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में संबोधन

ADDRESS BY THE HON’BLE PRESIDENT OF INDIA, SMT DROUPADI MURMU AT THE INAUGURAL SESSION OF THE INTERNATIONAL WOMEN’S CONFERENCE BEING ORGANISED BY THE ART OF LIVING INTERNATIONAL CENTRE

आर्ट ऑफ लिविंग के अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन के इस उद्घाटन सत्र में आप सभी के साथ सम्मिलित होकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। दुनिया के विभिन्न भागों में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी इतनी बहनों को यहाँ एकत्रित देखकर बहुत प्रसन्नता हुई है। आप सब ही हैं जो दुनिया में लोगों, विशेषकर अन्य महिलाओं के ज

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का संसद के समक्ष अभिभाषण

माननीय सदस्यगण,

1. संसद की इस बैठक को संबोधित करते हुए मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है।

अभी दो माह पहले हमने संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ मनाई है, और कुछ दिन पहले ही भारतीय गणतंत्र ने 75 वर्षों की यात्रा भी पूरी की है। ये अवसर लोकतन्त्र की जननी के रूप में भारत के गौरव को नयी ऊंचाई देगा। मैं सभी देशवासियों की तरफ से बाबासाहेब आंबेडकर समेत सभी संविधान निर्माताओं को नमन करती हूं।

माननीय सदस्यगण,

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन

मेरे प्यारे देशवासियो, 

नमस्कार! 

इस ऐतिहासिक अवसर पर आप सबको संबोधित करते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, मैं, आप सबको हार्दिक बधाई देती हूं। आज से 75 वर्ष पहले, 26 जनवरी के दिन ही, भारत गणराज्य का आधार ग्रंथ यानी भारत का संविधान, लागू हुआ था।

लगभग तीन वर्ष के विचार-विमर्श के बाद, संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 के दिन संविधान को अंगीकृत किया था। इसी उपलक्ष में 26 नवंबर का दिन, वर्ष 2015 से संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का केएलई कैंसर अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर संबोधन

मैं, इस अवसर को बहुत महत्वपूर्ण मानती हूँ, क्योंकि यह कैंसर रोगियों की देखभाल से जुड़ा है, जो वास्तव में एक बहुत ही नेक काम है। मैं इस कैंसर अस्पताल की स्थापना से जुड़े सभी लोगों को बधाई देती हूँ। इस अस्पताल में एक ही स्थान पर व्यापक कैंसर चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। मुझे बताया गया है कि इस अस्पताल में इस्तेमाल की जाने वाली अत्याधुनिक तकनीकों से कैंसर का शीघ्र और सटीक उपचार हो पाएगा और उनका कम से कम दुष्प्रभाव होगा। मुझे विश्वास है कि विभिन्न प्रकार की विशेषताओं वाला यह कैंसर अस्पताल ज़रूरतमंदों को उच्च गुणवत्ता वाला कैंसर उपचार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। 

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