देव संस्कृति विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

मुझे आज देव संस्कृति विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह के अवसर पर यहां उपस्थित होकर आप लोगों से विचारों का आदान-प्रदान करके बहुत खुशी हो रही है। पवित्र गंगा तथा महान हिमालय के इस शांत परिवेश में मैं भावविह्वल हूं जहां पर आपका यह संस्थान स्थित है। मैं उन विद्यार्थियों को बधाई देता हूं जिन्हें आज उपलब्धियां, पुरस्कार तथा मेडल प्राप्त हुए हैं।


मुझे, आज भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा आयोजित मानवाधिकार दिवस समारोह में भाग लेकर बहुत खुशी हो रही है। मुझे इस सभा को संबोधित करते हुए बहुत खुशी हो रही है जो कि सार्वभौमिक महत्त्व तथा समसामयिक प्रासंगिकता के अवसर को मनाने के लिए यहां इकट्ठा हुई है। यह दिन विश्व के सभी नागरिकों के लिए मानवाधिकारों की प्राप्ति के लिए मनुष्य के प्रयासों में एक प्रमुख उपलब्धि का दिन




