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भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क का प्रयोग करते हुए वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय विश्वविद्यालयों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों तथा अन्य संस्थानों/प्रयोगशालाओं के विद्यार

12वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दीक्षांत सत्र तथा प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

मुझे बारहवें प्रवासी भारतीय दिवस के लिए यहां उपस्थित होकर बहुत खुशी हो रही है। प्रवासी भारतीय दिवस एक ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि इस दिन आज तक के सबसे महान प्रवासी और हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भारत लौटे थे। यह नव-वर्ष की शुरुआत भी है जो हममें बेहतर भविष्य के लिए नई उम्मीदें जगाती है। मैं इस अवसर पर सभी को एक खुशगवार और समृद्ध नव-वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं।

कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थानों के निदेशकों तथा प्रगतिशील किसानों के सम्मेलन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

मुझे आज कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थानों के निदेशकों तथा प्रगतिशील किसानों के सम्मेलन के उद्घाटन के लिए यहां आकर गौरव का अनुभव हो रहा है। मैं इस महत्त्वपूर्ण सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए श्री शरद पंवार, केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री को धन्यवाद देता हूं। मुझे जन-नेताओं, कृषि अनुसंधान प्रबंधकों, वैज्ञानिकों तथा शिक्षाविदों की इस विद्वत सभा को संबोधित करते हुए खुशी हो रही है। यह वार्षिक सम्मेलन, कृषि अनुसंधान, शिक्षा तथा विस्तार के क्षेत्र में प्रमुख साझीदारों के बीच संपर्क को संस्थागत रूप देने के प्रयास का हिस्सा है। मैं आयोजकों को इस पह

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