दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. नेल्सन मंडेला के सम्मान में स्मृति सभा के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
राष्ट्रपति जैकब ज़ुमा,
अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस के विशिष्ट नेतागण,
प्रमुख राष्ट्राध्यक्ष एवं शासनाध्यक्षगण,
आज यहां उपस्थित विश्व समुदाय के प्रतिनिधिगण,
37वीं भारतीय समाज विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मुझे, आज की सुबह आप लोगों के बीच आकर बहुत खुशी हो रही है। यह राष्ट्रीय समाज विज्ञान कांग्रेस की मेरी दूसरी सहभागिता है। मैंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 1996 में उन्नीसवीं भारतीय समाज विज्ञान कांग्रेस का समापन व्याख्यान दिया था। मेरे विद्वान मित्र, प
‘जोरास्ट्रियनिज्म इन द ट्वेंटिफर्स्ट सेंचुरी : नर्चरिंग ग्रोथ एंड एफर्मिंग आइडेंटी’ विषय पर 10वें विश्व पारसी सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मुझे इस सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए आज शाम यहां उपस्थित होकर प्रसन्नता हुई है। मैंने गौर किया है कि यह न केवल अपने महत्त्वपूर्ण विषय के कारण बल्कि 23 वर्