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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नागरिक अभिनंदन समारोह के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)

तायी भुवनेश्वरीया मक्कलाद, समस्त कन्नडिगरिगे, नन्ना, हृदयपूर्वक नमस्कारगलू!

भारत के राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद, स्वदेश में अपनी पहली यात्रा पर मैं कर्नाटक के आप सभी भाई-बहनों के बीच आई हूं। कल मुझे मैसुरु में देवी चामुंडेश्वरी का आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। मेरी यह यात्रा माता चामुंडेश्वरी की कृपा से तथा कर्नाटकवासी भाई-बहनों के स्नेह के कारण संभव हुई है। अपनी इस यात्रा के लिए तथा आज के इस अभिनंदन के लिए राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत जी, मुख्यमंत्री श्री बसवराज बोम्मई जी तथा कर्नाटक के सभी भाई-बहनों को मैं धन्यवाद देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नागरिक अभिनंदन समारोह के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)

नमस्कार!

जय जय गरवी गुजरात!

हूं, गुजरात मा आवीने बहु खुश छूं!

आप सबको तथा गुजरात के लगभग 6.5 करोड़ निवासियों को मैं नवरात्रि की हार्दिक बधाई देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव-2022 में सम्बोधन (HINDI)

कुरुक्षेत्र में, अत्यंत पावन ब्रह्म-सरोवर के तट पर आयोजित, इस अंतरराष्ट्रीय गीता जयन्ती महोत्सव में शामिल होकर मुझे आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है। यह लोक-मान्यता मुझे रोमांचित करती है कि इसी क्षेत्र में, सरस्वती नदी के तट पर, वेदों और पुराणों को लिपिबद्ध किया गया था। इसे मैं भगवान श्री कृष्ण का वरदान मानती हूं कि राष्ट्रपति के रूप में, हरियाणा की अपनी पहली यात्रा को, मुझे इस धर्म-क्षेत्र से आरंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ है। महाभारत के वन-पर्व में इस क्षेत्र की तुलना स्वर्ग से की गई है:

ये वसन्ति कुरुक्षेत्रे ते वसन्ति त्रिविष्टपे

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का ब्रह्माकुमारी संस्थान के राष्ट्रीय अभियान ' Rise – Rising India Through Spiritual Empowerment' के शुभारंभ, हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित Silence Retreat Centre के उद्घाटन तथा इंदौर में ऑडिटोरियम और Spiritual Ar

पिछले वर्ष सितम्बर में मेरा यहां आने का कार्यक्रम था लेकिन अपरिहार्य कारणवश उस समय मैं आप सब के बीच उपस्थित नहीं हो सकी। इसलिए आज आप सब के बीच आकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आयुष्मान भव अभियान के वर्चुअल शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)

‘आयुष्मान भव’ जैसी सर्व-समावेशी पहल के लिए मैं डॉक्टर मनसुख मांडविया जी तथा उनकी पूरी टीम की बहुत सराहना करती हूं। कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे तथा कोई भी गांव पीछे न छूटे यानी शत-प्रतिशत लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें, यह लक्ष्य सही अर्थों में Universal Health Coverage के उद्देश्य को प्राप्त करने में हमारे देश को सफल बनाएगा।

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