भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का महिला सम्मेलन में सम्बोधन (HINDI)
खूंटी की इस पवित्र धरती पर आकर मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रही हूं। पिछले वर्ष, 15 नवम्बर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाने और उनकी प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करने का सौभाग्य मुझे मिला था। सभी देशवासियों की ओर से, मैं भगवान बिरसा की जन्म-स्थली तथा क्रांतिकारियों की बलिदान-स्थली खूंटी की इस पवित्र धरती को नमन करती हूं।