भारत की राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र सरकार की 'शासन आपल्या दारी' और 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना' के लाभार्थियों की सभा को संबोधित किया
Rashtrapati Bhavan : 04.09.2024
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 4 सितंबर, 2024 को उदगीर में महाराष्ट्र सरकार की 'शासन आपल्या दारी' और 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना' के लाभार्थियों की सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि 'शासन आपल्या दारी' और 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना' एक समावेशी और समृद्ध समाज और देश के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की मदद से महाराष्ट्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने महिलाओं को वित्तीय साक्षरता और कौशल प्रदान करने के साथ-साथ उनके लिए आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पारदर्शी और जवाबदेह शासन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्य कर रही है। सरकार नागरिकों के घर तक बुनियादी सेवाएं पहुंचा रही है ताकि उन्हें उन सेवाओं के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए की जा रही पहलों से उन्हें बहुत संतोष मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि समान परिस्थितियों में परिवार के आर्थिक संसाधनों का सबके लिए उपयोग करने की भावना और समझ, महिलाओं में पुरुषों से अधिक होती है। यह माना जाता है कि यदि आप एक पुरुष को शिक्षित करते हैं तो केवल एक व्यक्ति को शिक्षित करते हैं लेकिन यदि आप एक महिला को शिक्षित करते हैं तो पूरे परिवार और भावी पीढ़ी को शिक्षित करते हैं। यही बात आर्थिक सशक्तिकरण के लिए भी सही है। यदि महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होती हैं तो पूरा परिवार और आने वाली पीढ़ी भी सशक्त होती है।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भारत सरकार की 'लखपति दीदी' योजना के माध्यम से देश भर में लगभग एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन गई हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल से महिलाओं में आत्मविश्वास, जागरूकता और नव-चेतना बढ़ रही है। राष्ट्रपति ने महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाने के लिए महाराष्ट्र सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि माताएं-बहनें परिवार के खान-पान और स्वास्थ्य का तो ख्याल रखती हैं लेकिन अपने खान-पान और स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रखतीं हैं। उन्होंने उन्हें अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने और अपने परिवार के अच्छे भविष्य के लिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं की श्रमबल में भागीदारी में प्रभावशाली वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। लेकिन, महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ाने के लिए अभी और काम करने की जरूरत है। उन्होंने सभी पुरुषों से महिलाओं की क्षमता को पहचान कर और उनके सपनों को साकार करने में पूरा सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आगे बढ़ने में पैदा की गई कोई भी बाधा समाज और देश के विकास की गति को भी कम कर देती है।
इस कार्यक्रम में शामिल होने से पूर्व राष्ट्रपति ने उदगीर में एक ध्यान केंद्र के साथ बुद्ध विहार का उद्घाटन किया और भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।