भारत की माननीय राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय व्यापार सेवा और भारतीय लागत लेखा सेवा के परिवीक्षा अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन
राष्ट्रपति भवन : 29.10.2024
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आप सब से मिलकर मैं बहुत प्रसन्न हूँ। मैं, आप सभी को इन प्रतिष्ठित सेवाओं में चयनित होकर आने के लिए बधाई देती हूँ। आप सबको इन दोनों सेवाओं में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ संभालनी है। मुझे विश्वास है कि आप अपने कर्तव्यों का पूर्ण समर्पण और उत्कृष्टता से निर्वहन करेंगे। आपके द्वारा लिए गए निर्णयों और कार्यों का देश की अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा और देश के समग्र विकास पर स्थाई प्रभाव पड़ता है।
भारतीय व्यापार सेवा के प्रिय प्रोबेशनर्स, मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आज यहाँ उपस्थित भारतीय व्यापार सेवा के सभी चार प्रोबेशनर्स, महिलाएँ हैं। सभी क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी देखकर, मुझे हमेशा खुशी होती है। आप सब उभरते भारत, नए भारत के प्रतिनिधि हैं।
आप अपनी सेवा में भारत के विकास को गति देने और बड़े पैमाने पर लोगों के जीवन पर प्रभाव डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगें। आपके अनुभवों को सुनकर मेरा विश्वास और दृढ़ हुआ है कि हमारे अधिकारी ‘भविष्य के लिए’ तैयार हैं। मुझे विश्वास है कि इस प्रशिक्षण से आप सब वैश्विक व्यापार की गतिशीलता और भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने उपस्थित अवसरों से अच्छी तरह परिचित हुए हैं। भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्दी ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है। विश्व बैंक के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, भारत ने वर्ष 2023 में वैश्विक आर्थिक विकास में 16 प्रतिशत का योगदान दिया है। हमारी अर्थव्यवस्था 2047 तक दस गुना बढ़ जाने की संभावना है।
वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 8.2 प्रतिशत की तीव्र आर्थिक वृद्धि दर्ज की गई है और इसने भू-राजनीतिक चुनौतियों के प्रति अनुकूलता दिखाई है। भारत को अशांत वैश्विक वातावरण के दौरान भी प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने और विकास के निरंतर उच्च स्तर को बनाए रखने के लिए निजी निवेश को बढ़ाने की आवश्यकता है। भारत सरकार अनेक पहलों के द्वारा विकास अनुकूल एक सक्षम ईको-सिस्टम का विकास कर रही है। अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप वाला देश है।
प्रिय परिवीक्षा अधिकारियों,
नीति आयोग की हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, समय के साथ वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में भारत की भागीदारी बढ़ी है, लेकिन इन श्रृंखलाओं के साथ एकरूप होने में भारत अभी भी कुछ पीछे है। ऐसे में आपकी भूमिका और भी अधिक प्रासंगिक हो जाती है। आप सबको बहुपक्षीय और द्विपक्षीय व्यापार तंत्रों में अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से व्यापार सुविधा में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। अपने कार्यक्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के साथ, आपको एआई की प्रगति के बारे में सीखते रहने और स्वयं को अपडेट रखना होगा। आपको अपने कामकाज से संबंधित तकनीकों का सर्वोत्तम उपयोग करना है और भारत की वैश्विक क्षमता को बढ़ाने में योगदान देना है।
विनिर्माण को बढ़ावा देने पर सरकार ध्यान दे रही है और आप सबकी यह जिम्मेदारी है कि सीमाओं के पार व्यापार बढ़ाने के लिए एक सक्षम वातावरण और बुनियादी ढांचे के निर्माण की सुविधा तैयार करें। आपसे व्यापार वार्ता में नए आयाम खोलने, नवीन नीतियां बनाने और भारत के व्यापार को तेज गति से बढ़ाने की उम्मीद की जाती है। मुझे आशा है कि आप सब देश की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।
भारतीय लागत लेखा सेवा के प्रिय परिवीक्षा अधिकारियों,
मुझे बताया गया है कि आपकी सेवा में केवल पेशेवर रूप से योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट और लागत लेखाकार ही हैं और आपको सरकारी कार्यो, स्कीमों और परियोजनाओं में राजस्व का पारदर्शी पर तर्कसंगत व्यय करने में सक्रिय भूमिका निभानी होती है। आपसे जटिल वित्तीय और लागत प्रबंधन मुद्दों को कुशलता निपटाने की अपेक्षा की जाती है। आप सब की विभिन्न द्विपक्षीय और बहुपक्षीय समझौतों के माध्यम से निर्धारित किए गए एंटी-डंपिंग उपायों और सुरक्षा शुल्क जैसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मामलों को सुलझाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। आपका समग्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वित्तीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो।
आपके निर्णय और कार्य सार्वजनिक धन की सुरक्षा करने और सरकारी क्रय प्रणालियों में दक्षता और प्रभावकारिता को बढ़ावा देने में महत्व रखेंगे। आपके द्वारा किया गया विशेषज्ञ कार्य वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता लाने और जवाबदेही बढ़ाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। इससे आम जन के फायदे के लिए संसाधनों के प्रभावी उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि जीएसटी प्रणाली के कार्यान्वयन में, आपके द्वारा किए गए ऑडिट ने राजस्व की बरबादी का पता लगाने और इसे रोकने के उपायों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आप सब वित्तीय सलाहकार, जांचकर्ता और प्रवर्तन अधिकारी से लेकर नीति निर्माता तक अनेक जिम्मेदारियाँ निभाएँगे। आपको हमेशा उत्कृष्टता के लिए प्रयास करना चाहिए। इस तथ्य से अवगत रहें कि आप जो कुछ भी करते हैं उसका अंतिम रूप से प्रभाव असहाय और वंचित वर्गों के कल्याण पर पड़ेगा।
अंत में, मैं बताना चाहूंगी कि आप ऐसे समय में सेवा में शामिल हुए हैं जब आपको अपने सर्वश्रेष्ठ कार्य से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान देना है। एक नए, उभरते और जीवंत भारत की कहानी असाधारण होगी, और इसमें आप सब की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। मैं, आप सब के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ और आशा करती हूँ की आप देश को गौरव और उंचा करेंगे!
धन्यवाद,
जय हिंद!
जय भारत!