पुर्तगाली गणराज्य के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रि भोज में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सम्बोधन (HINDI)
लिस्बन : 08.04.2025

महामहिम राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डिसूज़ा द्वारा दिए गए निमंत्रण को स्वीकार कर पुर्तगाल की अपनी पहली राजकीय यात्रा में Lisbon के इस खूबसूरत शहर में उपस्थित होना मेरे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैं, महामहिम राष्ट्रपति और पुर्तगाली गणराज्य की सरकार को मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के हार्दिक स्वागत और शानदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद देती हूँ।
आज जब मैं यहाँ भव्य 'अजुदा' महल में खड़ी हूँ, जिसकी वास्तुकला बहुत सुंदर है, और पुर्तगाल के लंबे और समृद्ध इतिहास में जिसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, तो मेरा ध्यान हमारे देशों के बीच मौजूद दीर्घकालिक ऐतिहासिक संबंधों की ओर जा रहा है।
हमारे लोगों के बीच सांस्कृतिक संबंध सदियों से चले आ रहे हैं, और इन संबंधों ने हमारी सामूहिक कल्पना पर अमिट छाप छोड़ी है। इनमें हमारा साझा अतीत शामिल है जो वास्तुकला, ऐतिहासिक स्थानों और भाषाओं के साथ-साथ हमारे दीर्घकालिक खान-पान में परिलक्षित होता है। मैंने स्वयं Goa में देखा है, कि उस राज्य के जीवंत संस्कृति, संगीत और व्यंजन में इन संबंधों की स्थायी छाप है।
महामहिम,
भारतीय प्रवासी, या भारतीय-पुर्तगाली समुदाय, भारत के साथ अपने आत्मीय संबंधों और पैतृक रिश्तों के माध्यम से, हमारे देशों के बीच एक स्थायी सांस्कृतिक संबंध का निर्माण करता है। वे इन संबंधों की नींव हैं। मुझे प्रसन्नता है कि भारतीय समुदाय के कर्मठ सदस्य पुर्तगाल के आर्थिक समृद्धि में बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। मैं पुर्तगाल की सरकार और लोगों का धन्यवाद करती हूँ, कि उन्होंने भारतीय मूल के लोगों का स्वागत किया और उनका कल्याण सुनिश्चित किया।
हमारी साझा Lusophone विरासत हमें एक-दूसरे से और बाकी विश्व के साथ जोड़ती है। इसे मान्यता देते हुए, भारत 2021 में Community of Portuguese speaking Language Countries (CPLP) का Associate Member बन गया, जिससे Lusophone जगत के साथ हमारे सांस्कृतिक संबंध सुदृढ़ हुए।
देवियो और सज्जनो,
आज सुबह हुई हमारी बातचीत में, महामहिम राष्ट्रपति जी और मैं इस बात पर सहमत हुए कि हमारे संबंध बहुआयामी partnership के रूप में विकसित होते रहे हैं, जिसे उच्च-स्तरीय यात्राओं तथा बढ़ते वाणिज्यिक संबंधों से बल मिला है। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, व्यापार में लगातार वृद्धि होते देखना उत्साहजनक है।
मुझे विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा, IT, Start-ups, research, शैक्षणिक और सांस्कृतिक सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में हमारे सहयोग में निरंतर और प्रगतिशील वृद्धि को देखकर प्रसन्नता हो रही है। Talent और युवा mobility, Blue economy, digital economy, renewable energy, green hydrogen एवं climate change जैसे कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध बनाने के प्रयास भी जारी हैं।
विभिन्न क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर हम निरंतर सहयोग करते आ रहे हैं। हम European Union के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने में पुर्तगाल की महत्वपूर्ण भूमिका की अत्यधिक सराहना करते हैं। पुर्तगाल के European Union की अध्यक्षता के दौरान ही, 2000 में पहला India-EU Summit आयोजित किया गया था, और मई 2021 में एक बार फिर पुर्तगाली अध्यक्षता में ऐतिहासिक “India-EU Plus 27” Leadership Summit यहाँ पुर्तगाल में हुआ। हम United Nations Security Council में सुधार के लिए भारत के प्रयासों के प्रति पुर्तगाल के समर्थन की भी सराहना करते हैं।
देवियो और सज्जनो,
भारत 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में अपनी परिवर्तनकारी यात्रा पर आगे बढ़ रहा है। हम इस दशक के अंत तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर हैं। हम वसुधैव कुटुम्बकम, या पूरा 'विश्व एक परिवार है', के अपने दर्शन के अनुरूप दुनिया के साथ जुड़ें हैं।
एक knowledge based economy के रूप में, हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, digital public infrastructure, start ups एवं innovation जैसे क्षेत्रों में अपनी क्षमता का सदुपयोग कर रहे हैं, ताकि एक inclusive और sustainable development model तैयार किया जा सके, जो सभी के लिए लाभप्रद हो। हम इन प्रयासों में पुर्तगाल को अपना सहभागी मानते हैं।
देवियो और सज्जनो,
इस वर्ष का विशेष महत्व भी है क्योंकि हम भारत-पुर्तगाल द्विपक्षीय संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने की वर्षगांठ मना रहे हैं। हमारे स्वाभाविक तालमेल और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की संभावना के साथ, हमारे ऐतिहासिक संबंध एक गतिशील और दूरदर्शी partnership बनने की दिशा में दृढ़ता से अग्रसर हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारे द्विपक्षीय सम्बन्ध आने वाले समय में और ज्यादा घनिष्ठ और व्यापक होंगे, जोकि न केवल हमारे लोगों के लिए, अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिए लाभकारी होंगे।
महामहिम राष्ट्रपति जी और पुर्तगाल के लोगों को मैं एक बार फिर आपके स्नेह और आतिथ्य के लिए धन्यवाद देती हूँ। हम इस खूबसूरत देश की अपनी यात्रा की सुखद यादें अपने साथ लेकर जाएंगे।
जय हिंद! वीवा पुर्तगाल!