भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का यशोदा मेडिसिटी के लोकार्पण समारोह में सम्बोधन (HINDI)
गाज़ियाबाद : 26.10.2025
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देशवासियों को निष्ठा के साथ स्वास्थ्य-सेवाएं प्रदान करने वाले संस्थानों में आकर मुझे बहुत खुशी होती है। स्वास्थ्य-सेवा के द्वारा आप सब देश-सेवा कर रहे हैं। इसके लिए मैं आप सबकी सराहना करती हूं।
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि यशोदा हॉस्पिटल ने राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को पूरी निष्ठा से अपनाया है। मुझे बताया गया है कि कोविड की वैश्विक महामारी के दौरान, यशोदा हॉस्पिटल द्वारा बड़ी संख्या में लोगों का उपचार किया गया। राष्ट्रीय टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हॉस्पिटल द्वारा बड़ी संख्या में रोगियों की देखभाल की जाती है। मुझे यह जानकारी भी दी गई है कि System for TB Elimination in Private Sector यानी STEPS के तहत, उत्तर भारत का पहला केंद्र इस हॉस्पिटल को बनाया गया।
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि यह संस्थान सिकल सेल अनिमिया जैसी जनजातीय आबादी वाले क्षेत्रों में होने वाली समस्या के बारे में सचेत हैं। मैं चाहूंगी कि सिकल सेल अनिमिया से जुड़े राष्ट्रीय अभियानों में यह संस्थान अधिक से अधिक योगदान दे।
डॉक्टर पी.एन. अरोड़ा ने इस मेडिसिटी के बारे में जो जानकारी दी उससे यह संतोष होता है कि देश के विभिन्न स्थानों में ऐसे संस्थान विकसित हो रहे हैं जिनमें विश्व-स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुझे बताया गया है कि डॉक्टर अरोड़ा ने self-made health-care missionary की तरह काम किया है और इतने बड़े स्वास्थ्य संस्थान की स्थापना की है। मुझे प्रसन्नता है कि इस संस्थान के नेतृत्व द्वारा समाज-सेवा और राष्ट्र- सेवा के आदर्शों को प्राथमिकता दी जाती है।
देवियो और सज्जनो,
एक अत्याधुनिक अस्पताल को अपनी माताजी के नाम पर, यशोदा का नाम देने के पीछे इस मेडिसिटी के संस्थापक के स्वदेशी-संस्कार की मैं प्रशंसा करती हूं। मैं आशा करती हूं कि स्वदेशी की भावना के साथ medical research पर विशेष बल देकर इस मेडिसिटी द्वारा स्थानीय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान हेतु प्रभावी प्रयास किए जाएंगे।
मुझे बताया गया है कि इस संस्थान में कैंसर के उपचार की आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मैं चाहूंगी कि आपका संस्थान विभिन्न क्षेत्रों में, विशेषकर पिछड़े क्षेत्रों में, कैंसर के बारे में अनुसंधान करे।
मुझे IIT-Bombay में कैंसर के उपचार से जुड़े स्वदेशी innovations का शुभारंभ करने का अवसर मिला था। आपके इस संस्थान को IIT-Bombay जैसे संस्थानों के साथ सहयोग करके कैंसर की gene-therapy जैसे प्रयासों को भी अपनाना चाहिए।
स्वास्थ्य-सेवा, राष्ट्र-निर्माण का अभिन्न अंग है। बीमारियों से लोगों का बचाव करना तथा उनके स्वास्थ्य के स्तर को बेहतर बनाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए पूरे देश में स्वास्थ्य और चिकित्सा से जुड़े infrastructure, संस्थानों तथा सेवाओं का निरंतर विस्तार किया जा रहा है। स्वास्थ्य-सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे ऐसे सभी प्रयास स्वस्थ-भारत और विकसित-भारत के निर्माण में निर्णायक योगदान देंगे। इन प्रयासों में सरकार के साथ-साथ अन्य सभी हितधारकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
स्वास्थ्य-सेवाओं के प्रसार के लिए सभी हितधारकों का यह दायित्व बनता है कि देश के सभी क्षेत्रों में अच्छी सेवाएं उपलब्ध हों तथा प्रभावी स्वास्थ्य- सेवाओं से कोई भी देशवासी वंचित न रहे। निजी क्षेत्र के अच्छे स्वास्थ्य- संस्थान इस लक्ष्य की प्राप्ति में अमूल्य योगदान दे सकते हैं। मैं आशा करती हूं कि इस मेडिसिटी द्वारा स्वास्थ्य-सेवा के क्षेत्र में परिवर्तनकारी कार्य किए जाएंगे।
मैं मानती हूं कि medical responsibility के साथ-साथ social- responsibility का निर्वहन करना स्वास्थ्य-सेवा-संस्थानों की प्राथमिकता होनी चाहिए। मैं आशा करती हूं कि यह संस्थान ‘Affordable World Class Healthcare Services to all’ के अपने मिशन को कार्यरूप प्रदान करेगा। मुझे विश्वास है कि निजी तथा सरकारी क्षेत्रों के उत्कृष्ट स्वास्थ्य- सेवा-संस्थानों के बल पर भारत, पूरे विश्व में health-care destination के रूप में और अधिक प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा।
‘यशोदा मेडिसिटी’ गुणवत्ता, सेवा और नवाचार के द्वारा अपनी पहचान बनाए तथा बड़ी संख्या में देशवासियों को स्वास्थ्य-सेवाएं सुलभ कराए, इसी शुभकामना के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूं।
धन्यवाद!
जय हिन्द!
जय भारत!
