भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में सम्बोधन

Presidential Palace, Paramaribo,Suriname : 05.06.2023
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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में सम्बोधन सूरीनाम में आप सबके साथ होना मेरे और मेरे प्रतिनिधि मण्डल के लिए एक बेहद सुखद अनुभव है। आप सब के प्यार भरे स्वागत और आतिथ्य से हम अभिभूत हैं। मैं इस अवसर पर भारत के 140 करोड़ से अधिक लोगों की ओर से, सूरीनाम के हमारे भाइयों और बहनों के लिए स्नेह संदेश और शुभकामनाएं लायी हूं ।

राष्ट्रपति संतोखी जी, आपकी इस साल जनवरी में भारत यात्रा और विशेष अतिथि के रूप में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस में भागीदारी बहुत खुशी की बात थी। यात्रा के दौरान, आपने सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ के स्मरणोत्सव का उल्लेख किया था। आज का दिन न केवल सूरीनाम के इतिहास में बल्कि भारत- सूरीनाम संबंधों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

आज, हम भारत और सूरीनाम के बीच चिरस्थायी बंधन का उत्सव मना रहे हैं। इसके साथ, हम उन साहसी और दृढ़ निश्चयी अग्रदूतों को भी नमन करते हैं जिन्होंने सूरीनाम का निर्माण किया।

भारत – सूरीनाम संबंधो की पृष्ठभूमि, उपनिवेशवाद के हमारे साझे ऐतिहासिक अनुभव पर आधारित है। हमारे संबंध समय के साथ विकसित हुए हैं, और समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।

आज सुबह मैंने बाबा और माई स्मारक और मामा सरनन स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए, जो मेरे लिए सम्मान की बात थी। ये स्मारक सूरीनाम के दो बहुत महत्वपूर्ण पहलुओं के प्रतीक हैं - उन भारतीय पूर्वजों का संघर्ष और साहस जो 150 साल पहले यहां आए थे, और इस देश की समावेशी भावना और विविधता।

वैश्विक परिदृश्य में, यह भारत के दृष्टिकोण का भी प्रतीक है: एक समावेशी विश्व व्यवस्था जो हर देश और क्षेत्र के हितों और चिंताओं के प्रति संवेदनशील है।

इसी एकजुटता की भावना से भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान, वैक्सीन-मैत्री कार्यक्रम के तहत, सूरीनाम सहित 100 से अधिक देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।

इस वर्ष, जैसा कि आप जानते हैं, भारत G-20 की अध्यक्षता कर रहा है, जिसके माध्यम से हम विकासशील देशों और उन्नत अर्थव्यवस्थाओं दोनों के साथ मजबूत संबंध बना रहे हैं। विकासशील देशों और Global South के हितों के मुद्दों को अधिक आवाज देने के लिए, हमने इस साल जनवरी में Voice of Global South Summit का भी आयोजन किया, जिसमें Global South के 125 देशों की भागीदारी थी। राष्ट्रपति जी इस पहल का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद। हम G-20 शिखर सम्मेलन की सफलता में आपके समर्थन और योगदान को बहुत महत्व देते हैं।

देवियो और सज्जनो,

पिछले 150 वर्षों में सूरीनाम हमारे भारतीय भाइयों और बहनों और उनके वंशजों का घर रहा है। मुझे यह देखकर खुशी हुई कि हम साझी विरासत, परंपराओं और संस्कृति के साथ मजबूती से जुड़े हुए हैं। यह गर्व की बात है कि सूरीनाम में हिंदी भाषा के अलावा कथक, Yoga और भारतीय शास्त्रीय संगीत की लोकप्रियता बढ़ रही है, और सूरीनाम के सभी नागरिक दीपावली, होली/फगवा जैसे भारतीय त्योहारों को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं।

मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बातचीत विभिन्न क्षेत्रों में हमारी बढ़ती साझेदारी को अतिरिक्त गति प्रदान करेगी।    
इसके साथ, महामहिम, देवियों और सज्जनों, आइए हम सब मिलकर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करें:-

- राष्ट्रपति जी और सूरीनाम की First Lady के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए,    
- सूरीनाम के लोगों की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए,    
- और भारत और सूरीनाम के बीच दोस्ती को हमेशा बनाये रखने के लिए !

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