भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का बोत्सवाना में भारतीय समुदाय को संबोधन (HINDI)
गाबोरोन : 13.11.2025
(108.94 KB)
आज बोत्सवाना में आपके बीच उपस्थित होकर मुझे अपार हर्ष और गर्व का अनुभव हो रहा है। आप अफ्रीका के सबसे सशक्त और सम्मानित भारतीय समुदायों में से एक हैं। मैं आपके लिए भारत सरकार और भारत की जनता की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ लेकर आई हूँ। इस यात्रा में मेरे साथ हमारे राज्य मंत्री श्री वी सोमन्ना, तथा हमारे संसद के दो माननीय सदस्य, श्री पी वसावा और श्रीमती डी के अरुणा भी हैं।
आगे बढ़ने से पहले, मैं दिल्ली में हुए दुखद विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों और मित्रों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहूंगी। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूँ।
देवियो और सज्जनो,
यह यात्रा विशेष महत्व रखती है - क्योंकि यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की बोत्सवाना की पहली यात्रा है। यह अवसर और भी ऐतिहासिक है क्योंकि वर्ष 2026 में हम दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं।
आप सभी ने जिस आत्मीयता से मेरा स्वागत किया है, उसके लिए मैं हृदय से धन्यवाद देती हूँ। दूर रहकर भी आप सभी भारत की मिट्टी, संस्कृति और मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं। आप भारत और बोत्सवाना के बीच मैत्री के जीवंत सेतु हैं।
मुझे बताया गया है कि यहाँ लगभग दस हज़ार भारतीय विभिन्न क्षेत्रों - शिक्षा, स्वास्थ्य, लेखा, व्यापार और उद्योग - में सक्रिय हैं। आपकी मेहनत, ईमानदारी और समर्पण ने आपको बोत्सवाना समाज में सम्मान और स्नेह दिलाया है। साथ ही, आपने स्थानीय रोजगार और कौशल विकास में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं आप सभी को भारत के गौरवशाली प्रतिनिधि होने के लिए बधाई देती हूँ।
आपकी सामाजिक सेवा और परोपकार की भावना प्रशंसनीय है। मुझे बताया गया है कि लगभग हर हफ्ते, बोत्सवाना में भारतीय समुदाय सामाजिक सेवा या धर्मार्थ कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए एकत्रित होता है। चाहे विद्यालयों को सहायता देना हो, स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना हो या ज़रूरतमंदों की मदद करना - आपकी संवेदना “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना को साकार करती है।
प्रिय मित्रों,
भारत और बोत्सवाना के बीच संबंध विश्वास, सम्मान और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं। आज मेरी बोत्सवाना के राष्ट्रपति बोक़ो से बहुत सार्थक चर्चा हुई। हमने यह तय किया है कि हमारे देश व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, digital technologies, कृषि, और renewable energy जैसे क्षेत्रों में और अधिक सहयोग करेंगे।
Human resource development हमारे सहयोग का एक मजबूत स्तंभ है। भारत की ITEC और ICCR योजनाओं के अंतर्गत अनेक बोत्सवाना नागरिकों ने भारत में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वे आज बोत्सवाना के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं - यह हमारे संबंधों की गहराई का प्रमाण है।
भारत और बोत्सवाना diamond sector में भी घनिष्ठ साझेदार हैं, और हम technology, defence तथा digital connectivity जैसे नए क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ा रहे हैं।
मित्रों,
भारत आज एक परिवर्तनशील दौर से गुजर रहा है। हमारी युवा और प्रतिभाशाली जनसंख्या, मजबूत अर्थव्यवस्था और नवाचार की भावना हमें 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य की ओर ले जा रही है। Digital India, Make in India, Start Up India और Swachh Bharat जैसी पहलें भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा रही हैं।
आप सभी इस विकास यात्रा का अभिन्न हिस्सा हैं। जहाँ कहीं भी आप रहते हैं, भारत आपके हृदय में बसता है। आपकी उपलब्धियाँ भारत का गौरव हैं और आपकी सफलता से भारत की प्रतिष्ठा बढ़ती है।
मैं आपसे आग्रह करती हूँ कि आप बोत्सवाना की प्रगति में योगदान देते रहें और साथ ही भारत से अपने संबंध को सशक्त बनाए रखें। OCI scheme, Pravasi Bharatiya Diwas जैसी initiatives का लाभ उठाएँ और अपने अनुभव से भारत के विकास में भी भागीदार बनें।
प्रिय भाइयो और बहनो,
भारत की जनता आपके योगदान पर गर्व करती है। आप भारत के सच्चे सांस्कृतिक दूत हैं, जो परिश्रम, ईमानदारी, और सौहार्द जैसे मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं - जो भारत और बोत्सवाना दोनों की पहचान हैं।
मैं गाबोरोन स्थित भारत के उच्चायोग को भी धन्यवाद देती हूँ, जो दोनों देशों के बीच मित्रता और भारतीय समुदाय के कल्याण में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
मैं कामना करती हूँ कि भारत और बोत्सवाना की मित्रता निरंतर प्रगाढ़ होती जाए और यहाँ का भारतीय समुदाय सदा प्रगति करता रहे। आपके स्नेह और स्वागत के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
जय हिंद!
पुला!
