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सिंहावलोकन

  • दरबार हॉल

    दरबार हॉल में 33 मीटर की ऊंचाई पर 2 टन का झाड़फानूस लटका हुआ है। ब्रिटिश शासन के दौरान, इसे सिंहासन कक्ष के रूप में जाना जाता था। वायसराय और वायसरीन के लिए दो अलग-अलग सिंहासन थे जिसके स्थान पर अब राष्ट्रपति की एक साधारण कुर्सी को रखा गया है। पांचवीं शताब्दी के गुप्त काल से जुड़ी आशीर्वाद की मुद्रा में गौतमबुद्ध की प्रतिमा है। इस हॉल का प्रयोग राजकीय समारोहों, रक्षा अलंकरण समारोह, पद्म पुरस्कार आदि प्रदान करने के लिए किया जाता है।

  • मारबल हॉल

    किंग जॉर्ज पंचम और महारानी मेरी की प्रतिमाएं, पूर्व वायसरायों और गवर्नर जनरलों के आदमकद और आवक्ष आकार के तैलचित्र, महारानी द्वारा प्रयोग किया गया चांदी का सिंहासन, ब्रिटिश राजमुकुट की पीतल की प्रतिकृति।

  • संग्रहालय

    संग्रहालय में थॉमस डेनियल और विलियम डेनियल द्वारा उकेरे गए चित्र और अनेक राष्ट्राध्यक्षों के हस्ताक्षरित फोटोग्राफ हैं। इसके अलावा, राष्ट्रपति द्वारा देश-विदेश में की गई यात्राओं के दौरान तथा विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों द्वारा नई दिल्ली की यात्राओं के दौरान प्राप्त उपहारों को भी यहां प्रदर्शित किया गया है। इनमें 31 जनवरी, 1948 को महात्मा गांधी के शव पर चढ़ाया गया सूखा हुआ सूरजमुखी का फूल, नादिया जिले (पश्चिम बंगाल) के एक बुनकर द्वारा बुना गया, बेहतरीन खादी का 1 किलोमीटर लम्बा धागा तथा 1911-12 में, दिल्ली दरबार में किंग एम्परर द्वारा प्रयोग किया गया 640 किलेग्राम चांदी का सिंहासन शामिल है।

  • नॉर्थ ड्राइंग रूम

    नॉर्थ ड्राइंग रूम राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात के लिए प्रयोग होता है। यहां दो चित्र खास हैं : श्री एस.एन. घोषाल द्वारा, 14 अगस्त को सत्ता हस्तांतरण और श्री ठाकुर सिंह द्वारा, प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल का शपथ ग्रहण समारोह।

  • अशोक हॉल

    अशोक हॉल एक विशाल आभूषण मंजूषा का आभास देता है और यह 32 × 20 मीटर का आयताकार कक्ष है। इसे मूल रूप में शाही नृत्य-कक्ष के रूप में निर्मित किया गया था। इसका फर्श लकड़ी का है, कक्ष में एक केन्द्रीय नृत्य स्थान है और तीन ड्योढ़ियां हैं। राष्ट्रपति भवन के बहुत से अन्य कक्षों और प्रकोष्ठों से हटकर अशोक हाल की छत पर चित्रकारी की गई है। यह चित्रकारी फारसी शैली में है।

    छत की मुख्य चित्रकारी में शाही शिकार का दृश्य दर्शाया गया है जबकि कोनों में दरबारी जीवन के दृश्य चित्रित हैं। अधिकतर रंग गहरे हैं। क्योंकि यह चित्रकारी चमड़े पर की गई है, इसलिए सफेद रंग भी भूरापन लिए हुए दिखाई देता है। यह कार्य लेडी विलिंग्डन द्वारा अपने पति के वायसराय काल के दौरान करवाया गया था।

  • बैंक्विट हॉल

    स्टेट डायनिंग हाल को अब बैंक्विट हॉल के नाम से जाना जाता है और इसमें 104 व्यक्ति बैठ सकते हैं। सभी पूर्व राष्ट्रपतियों के चित्र इसकी दीवारों पर सजे हुए हैं।

  • येलो ड्राइंग रूम

    येलो ड्राइंग रूम का प्रयोग नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, मुख्य निर्वाचन आयुक्त तथा केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किसी अकेले मंत्री के शपथ-ग्रहण जैसे छोटे राजकीय समारोहों के लिए प्रयोग किया जाता है। येलो ड्राइंग रूम के साथ ग्रे ड्राइंग रूम है जिसे इन बैठकों के दौरान अतिथियों का स्वागत करने और उनके अल्पाहार के लिए प्रयोग किया जाता है।

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