भारत की राष्ट्रपति,श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस और नागरिक अभिनन्दन समारोह के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)

ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश : 20.02.2023

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भारत की राष्ट्रपति,श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस और नागरिक अभिनन्दन समारोह के अवसर पर सम्बोधन

आप सभी को मेरा नमस्कार! राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद अरुणाचल प्रदेश की यह मेरी पहली यात्रा है। आप सभी भाई-बहनो का आपके स्नेह और उत्साहपूर्ण स्वागत के लिए मैं ह्रदय से धन्यवाद देती हूं।

मुझे इस बात की विशेष प्रसन्नता है कि अरुणाचल प्रदेश की मेरी पहली यात्रा राज्य स्थापना दिवस के अवसर परहो रही है। राज्य स्थापना दिवस पर मैं अरुणाचल प्रदेश के सभी निवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।

अभी हमने भारत रत्न श्री भूपेन हजारिका द्वारा लिखे गए बहुत ही सुन्दर गीत को सुना।यह गीत मुझे बहुत अच्छा लगा।इसकी पंक्तियां हृदय को छू लेती है।यह गीत अरुणाचल प्रदेश की सुन्दरता का वर्णन करता है।इसगीत की कुछ पंक्तियां मैं दोहराना चाहूंगी:

"अरुण किरण,शीश भूषण,कंठ हिम की धारा,

प्रभात सूरज चुम्बित देश,अरुणाचल हमारा,अरुणाचल हमारा!

भारत मां का राजदुलारा अरुणाचल हमारा!”

देवियो और सज्जनो,

अरुणाचल के सीधेऔर सहज स्वभाव के लोगों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यहां के बहादुर योद्धाओं और शौर्यवान लोगों ने वीरता की नई परिभाषाएं लिखीहैं और भारत माता की सदैव रक्षा की है। मैं स्वाधीनता संग्राम में योगदान देने वाले अरुणाचल प्रदेश के सभी वीर-वीरांगनाओं को नमन करती हूं। मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि आजादीके अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत सरकारनेऐसे वीरों कीआजादी के नायकों के रूप में पहचान कीहै। आज मुझे स्वाधीनता संग्राम में योगदान देने वाले अरुणाचल प्रदेश के'unsung heroes'के ऊपर एक coffee table book भी प्रस्तुत की गयी है। इनमें से कुछवीरोंका मैं उल्लेख करना चाहूंगी।

यागरुंग के मातमूर जामोह ने आदि जन-समुदाय को ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में एकजुट किया। मातमूर जामोह ने एक ब्रिटिश अधिकारी द्वारा किये गए अत्याचारों का बदला, उस अधिकारी तथा उसके अनुचरों की जीवन लीला समाप्त करके लिया था। इस घटना के कारण वर्ष 1911-12का एंग्लो-आबोर युद्ध भी हुआ था, जिसमें आदिजन-समुदाय ने बड़ी वीरता के साथ ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी। भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले ऐसे असंख्य बहादुर सेनानियों को मैं नमन करती हूं। आजादी के ऐसे नायकों को पहचानने और उन्हें सम्मानित करने के लिए मैं केन्द्र और राज्य सरकार की प्रशंसा करती हूं। मेरा विश्वास है कि ऐसे स्वाधीनता सेनानियों की जीवन गाथाओं से अरुणाचल प्रदेश के निवासियों सहित सभी देशवासी प्रेरणा प्राप्त करेंगे।

देवियो और सज्जनो,

क्षेत्रफल की दृष्टि से पूर्वोत्तर का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे होने के कारण,अरुणाचल प्रदेश सामरिक और भौगोलिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। राष्ट्रीय सुरक्षा और राज्य के आर्थिक विकास के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर होना अनिवार्य है। मुझे यह जानकर ख़ुशी हुई है कि केंद्र सरकारनेअरुणाचल प्रदेश में National Highway Infrastructure केdevelopment के लिए 44,000 करोड़ रूपए से अधिक की योजनाओं को मंजूरी दी है।

West Kameng district में स्थित 600 मेगावाट के Kameng Hydro Power Station के शुरू होने से अरुणाचल प्रदेश एक power surplus राज्य बन गया है।कुछ महीने पहले हीईटानगर में 'डोनी पोलो हवाई अड्डा'का उद्घाटन हुआ है। यह अरुणाचल प्रदेश का पहला Greenfield airport है। आज की अपनी यात्रा के दौरान मुझे इस आधुनिक airport पर आकर विशेष प्रसन्नता हुई है। मुझे बताया गया है कि यह all weather airport और terminal, renewable energy और recycling को बढ़ावा देता है। मुझे विश्वास है कि इस नए हवाई अड्डे के विकास से राज्यकी कनेक्टिविटी में सुधार होगा और साथ ही व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

आज मुझे डोनी पोलो हवाई अड्डासे नाहरलागुन रेलवे स्टेशन तक सड़क परियोजना तथाArunachal Pradesh State Directorate Complex की आधारशिलारखकर ख़ुशी हुई है।'प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना'के अंतर्गत बनाई जाने वाली इस सड़क परियोजना से हवाई अड्डाऔर रेलवे स्टेशन की दूरी लगभग10 किलोमीटर कम होजाएगी। मुझे बताया गया है किDirectorate Complex मेंआधुनिक सुविधाओं से युक्त कई महत्वपूर्ण officesबनाएजाएंगे। मुझे विश्वास है कि इससे राज्य में governance और नागरिक सुविधाओं और बेहतर होगी।

इसके साथ ही आज मुझे अरुणाचल प्रदेश की दो प्रसिद्ध लोक कथाओं:आबोतानीतथा बॉउम काकीरके animated versions का लोकार्पणदेखकरके ख़ुशी हुई है। देश के कई भागों में प्रचलित ऐसी लोक-कथाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत को और मजबूत बनाती है। बॉउम काकीर की कहानी हमें जीवन में कभी हार न मानने और सदैव प्रयासरत रहने की सीख देती है।आबोतानीकी लोक-कथा हमें फसलें उगाने की अरुणाचलप्रदेश की समृद्ध कृषि परंपरा से अवगत कराती है।

देवियो और सज्जनो,

महिलाओं के विकास के बिना किसी भी समाज का सम्पूर्ण विकास नहीं हो सकता है। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि अरुणाचल प्रदेश की पंचायतों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व लगभग 47 प्रतिशत है।इस विशेष उपलब्धि के लिए मैं अरुणाचल प्रदेश की महिलाओं और यहां के सभी निवासियों को बधाई देती हूं।

अरुणाचल प्रदेश की महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल कर रही हैं।बोमडिला की रहने वाली अंशू जामसेनपा पांच दिन में दो बार माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहण करने वाली पहली महिला है।इस उपलब्धि के लिए अंशू जामसेनपा को वर्ष 2021 में पद्म श्री पुरस्कार भी दिया गया है। नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानिततागे रीता ताखे, महिलाओं की उद्यम में भागीदारी को बढ़ावा दे रही है,और अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय agro based products को अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक लेकर जा रही है। मुझे विश्वास है कि अरुणाचल प्रदेश की ऐसी बहनों से पूरे देश की महिलाएं प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेगी।

देवियो और सज्जनो,

भारत में सूर्य देवता की पहली किरणें अरुणाचल प्रदेश को आलोकित करती हैं। यह राज्यअनुपम प्राकृतिक सौंदर्य से सुशोभित है। यहां की विभिन्न जनजातियां, उनकी सांस्कृतिक विरासत, उनकी विविधता में एकता, सभी देशवासियों को प्रेरणा देती हैं। यह कहा जा सकता है किअरुणाचल प्रदेश का समाज भारत का microcosm है। पहाड़ों,घने जंगलों,झील-झरनों औरजीव-जन्तुओं से समृद्धयह क्षेत्र एक richbiodiversityzone है। मुझे यह जानकर ख़ुशी हुईहै किराज्य सरकार नेजलवायु परिवर्तनकीचुनौतियों का सामना करने औरbiodiversity को conserve करने के लिए"Pakke Declaration” को अपनाया गया है। पर्यावरण संरक्षण के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है।

इक्कीसवीं सदी technology की सदी है। लेकिन मैं मानती हूं कि हमें ‘Technology for Social Justice’ की सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए।मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि राज्य सरकार द्वारा drone technology का इस्तेमाल कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जा रहा है। मुझे बताया गया है कि ‘Medicine from the Sky’ कार्यक्रम के अंतर्गत दूर-दराज के गांवों में दवाइयां और vaccines drone के माध्यम से कम समय में पहुंचाने की पहल राज्य के कुछ क्षेत्रों में की गयी है। यह प्रयास ‘technology for social impact’ का अच्छा उदाहरण है।

देवियो और सज्जनो,

अरुणाचल प्रदेश सहितसभीपूर्वोत्तर राज्य, भारत के विकास को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहेहैं। इस साल भारत G-20 की अध्यक्षता कर रहा है। मुझे यह जानकर ख़ुशी हुई है कि G-20 समूह की कईबैठकें, पूर्वोत्तरकेराज्यों मेंभीआयोजित की जा रही हैं। G-20 की एक बैठक अगले महीनेहीईटानगर में आयोजित की जाने वाली है। मुझे विश्वास है किइन बैठकों से पूर्वोत्तर केराज्योंकीसंस्कृतिऔरपर्यटनको बढ़ावा मिलेगा और यहाँ परनिवेश की संभावनाएं उत्पन्नहोंगी।

मैं एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के सभी निवासियों को राज्य स्थापनादिवस की बधाई देती हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना करती हूं।

धन्यवाद,   
जय हिन्द!

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