भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का IIIT लखनऊ के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

लखनऊ : 12.12.2023

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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का IIIT लखनऊ के द्वितीय दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

IIIT लखनऊ के द्वितीय दीक्षांत समारोह में आकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही हूँ। मैं आज बीटेक, एमटेक, एमबीए और पीजी डिप्लोमा सहित विभिन्न शैक्षणिक पृष्ठभूमि में डिग्री प्राप्त करने वाले 315 विद्यार्थियों को बधाई देती हूँ और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ।

मैंने अभी देखा कि आपके संस्थान के logo में "विद्यां ददाति विनयं, विनयाद् याति पात्रताम्" श्लोक उल्लेखित है जिसका अर्थ है कि विद्या विनय देती है, विनय से पात्रता आती है। मैं इस श्लोक की दूसरी पंक्ति भी आपको बताना चाहूंगी "पात्रत्वात् धनमाप्नोति, धनात् धर्मं ततः सुखम्" अर्थात पात्रता से धन आता है, धन से धर्म होता है, और धर्म से सुख प्राप्त होता है। मुझे आशा है कि आप सब अपने संस्थान के आदर्श वाक्य के अनुकूल आचरण करते हुए, नैतिकता के साथ समाज और देश के सशक्त और समृद्ध भविष्य के लिए कार्य करेंगे।

देवियो और सज्जनो,

मुझे बताया गया है कि IIIT लखनऊ को संसद के अधिनियम द्वारा Institute of National Importance का दर्जा दिया गया है। ये दर्जा आपकी योग्यता, सामर्थ्य, और दक्षता का परिचायक है। इस status के साथ देश और समाज आपसे आशा करता है कि आप शिक्षा के क्षेत्र में न केवल सर्वोच्च मानकों पर खरे उतरेंगे बल्कि उत्कृष्टता और सर्वश्रेष्ठता के ऐसे आयाम स्थापित करेंगे जो स्वयं में मापदंड होंगे।

मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि Engineering, Technology, और Business जैसे विषयों में IIIT के द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा, शिक्षा प्रदान करने वाले शिक्षक, और शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी विद्यार्थी शैक्षणिक जगत के शीर्षतम पायदान पर खड़े हैं।

IIIT का भारतीय परंपरा को बुनियाद बनाकर क्षेत्रीय भाषाओँ में ज्ञान अर्जित करने की सोच एक सकारात्मक कदम है। यह कदम भाषाई सीमाओं की वजह से ज्ञान संवर्द्धन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में बड़ा कदम साबित होगा।

अनुसंधान एवं विकास को कार्यकारी एवं मूर्त रूप देकर समाज तक पहुंचाने एवं वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के समाधान योग्य बनाने के लिए Incubation Centre C.R.E.A.T.E., की स्थापना सराहनीय एवं प्रशंसनीय कदम है।

Artificial Intelligence और इसके अनुप्रयोगों पर केंद्रित पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को नए तकनीकी परिदृश्य में Navigate करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करता है। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि IIIT लखनऊ समाज एवं उद्योग जगत के सामने आने वाली चुनौतियों के निदान एवं समय के साथ उपजी मांगों के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। आपकी दूरदर्शिता एवं कल्पनाशीलता का सबसे अच्छा उदाहरण यह है कि IIIT लखनऊ देश का पहला संस्थान है जिसने New Education Policy के vision को ध्यान में रखते हुए डिजिटल बिजनेस के लिए एमबीए प्रोग्राम शुरू किया है। यह पहल विद्यार्थियों को ना केवल डिजिटल युग के लिए तैयार करने में सहायक साबित हुई है बल्कि डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के अनुकूल भी है।

देवियो और सज्जनो,

आज भारत के पास 5D है - Demand, Demography, Democracy, Desire और Dream. यह 5D हमारे विकास की यात्रा में अत्यंत लाभकारी होंगी। हमारी अर्थव्यवस्था जो एक दशक पहले 11वें पायदान पर थी आज 5th largest economy है और वर्ष 2030 तक 3rd largest economy बनने की राह पर है। भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है, हमारी 55 प्रतिशत से अधिक आबादी 25 वर्ष से कम उम्र की है। हम एक प्रगतिशील और लोकतांत्रिक राष्ट्र हैं। और हमारा सपना है कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित देश बने। आपका दायित्व है कि आप न केवल इस vision के भागीदार बनें बल्कि इसे पूरा करने के लिए अपना सर्वस्व लगा दें। आपको प्रतिज्ञा करनी होगी कि जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे कर रहा हो तब आने वाली पीढ़ियां एक ऐसे भारत में जन्म लें जो सम्पन्न हो, समृद्ध हो और जहां विकास समावेशी हो।

देवियो और सज्जनो,

परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है। Change is the only constant in life. हम 4th Industrial Revolution के जन्म के साक्षी बन रहे हैं। Artificial Intelligence मानव जीवन को आसान बनाने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन साबित हो रहा है। अपने व्यापक अनुप्रयोगों के साथ, AI और Machine Learning हमारे जीवन के लगभग सभी पहलुओं को छू रहा है। Healthcare, education, agriculture, smart cities, infrastructure, smart mobility and transportation आदि सभी क्षेत्रों में AI और Machine Learning हमारी दक्षता और कार्य क्षमता में व्यापक पैमाने पर सुधार करने के अनेकानेक अवसर प्रस्तुत कर रहा है।

प्रथम और द्वितीय Industrial Revolution के दौरान भारत औपनिवेशवादी ताकतों की जकड़ में था। तृतीय Industrial Revolution के दौरान हम स्वतंत्रता के बाद उपजी सामाजिक और आर्थिक समस्याओं के निदान में लगे हुए थे। लेकिन आज भारत न केवल 4th Industrial Revolution का महत्वपूर्ण हिस्सा है बल्कि Artificial intelligence, machine learning, Internet of Things और blockchain जैसी नयी तकनीकों के global hub के रूप में उभर रहा है।

देवियो और सज्जनो,

भारत सरकार AI के प्रति mission-centric approach के साथ काम कर रही है। भारत सरकार ने वर्ष 2018 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए राष्ट्रीय रणनीति प्रकाशित की थी। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार ने भी प्रमुख शहरों को Artificial Intelligence and Information Technology हब के रूप में विकसित करने की अपनी योजना शुरू की है।

AI एवं अन्य समकालीन तकनीकी विकास असीमित एवं अभूतपूर्व Developmental एवं Transformative संभावनाएं प्रदान करता है। लेकिन हमें महात्मा गांधी का यह कथन भी याद रखना होगा ‘Knowledge without character is a sin’.

यह आवश्यक है कि AI प्रयोग के साथ उत्पन्न हुई नैतिक दुविधाओं का निराकरण सबसे पहले हो। चाहे ऑटोमेशन के कारण उत्पन्न हुई रोजगार की समस्या हो, या आर्थिक असमानता की चौड़ी होती खाई हो या फिर AI के परिणामों में आने वाला मानवीय पूर्वाग्रह, हमें हर समस्या के लिए रचनात्मक हल ढूढ़ने होंगे।

हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा कि हम Artificial Intelligence के साथ Emotional Intelligence को भी महत्व दें। हमें यह याद रखना होगा कि AI साध्य नहीं बल्कि एक साधन हो जिसका उद्देश्य मानव जीवन की गुणवत्ता बढ़ाना हो। हमारे प्रत्येक निर्णय से सबसे निचले पायदान पर खड़ा व्यक्ति लाभान्वित हो। इसके लिए जरूरी है कि हम महात्मा गांधी के talisman "Recall the face of the poorest" को अपने जीवन का मूल मंत्र बनायें। न्यायसंगत एवं समावेशी विकास की इसी आशा के साथ मैं IIIT लखनऊ के सभी graduates को एक सुनहरे एवं सार्थक भविष्य की शुभकामनाएं देती हूँ।

धन्यवाद, 
जय हिन्द! 
जय भारत!

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