भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मेघालय खेल कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर संबोधन।

तुरा : 15.01.2024

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भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मेघालय खेल कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर संबोधन।

मुझे मल्टीस्पोर्ट इवेंट - मेघालय गेम्स के उद्घाटन समारोह में उपस्थित होकर प्रसन्नता हो रही है। मैं, भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देती हूं। मुझे विश्वास है कि वे मेघालय खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि मेघालय खेलों का यह उद्घाटन समारोह पी ए संगमा फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है, जिसे देश का सबसे बड़ा प्री-इंजीनियर्ड कम्पोजिट फुटबॉल स्टेडियम के रूप में जाना जाता है। मैं, मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय श्री पी ए संगमा को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। श्री संगमा लोकसभा के पहले आदिवासी अध्यक्ष बने और वे पूर्वोत्तर क्षेत्र से भी पहले अध्यक्ष थे। श्री संगमा को को सभी पार्टियों के राजनेता पसंद करते थे। वे दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र की अद्वितीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए अथक प्रयास किया।

देवियो और सज्जनो,

पारंपरिक रूप से पूर्वोत्तर भारत की एक मजबूत खेल संस्कृति रही है। इस क्षेत्र में खेल और खिलाड़ियों के विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। साथ ही, इस क्षेत्र की एक बड़ी जनजातीय आबादी है जो कई खेलों में उत्कृष्ट हैं और तीरंदाजी उन खेलों में एक है।

हमारे देश की सुंदरता हमारी विविधता में निहित है और इसका उपयोग हमें खेल क्षेत्र में भारत की वैश्विक छवि के विस्तार के लिए करना चाहिए। जनजातीय क्षेत्रों की प्रतिभाओं का सहयोग करने और उन्हें पेशेवर खिलाड़ी बनाने की तत्काल आवश्यकता है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के समाज में महिलाओं को खेलने और खेल को एक पेशे के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पूर्वोत्तर क्षेत्र ने देश को कई महान महिला एथलीट दी हैं। मैं, यह भी कहना चाहूंगी की इस क्षेत्र में साहसिक खेलों और साहसिक पर्यटन की संभावनाएं हैं और इन्हें प्राथमिकता के आधार पर खोजा जाना चाहिए और इससे लाभ लिया जाना चाहिए।

इस क्षेत्र ने कुछ महान खिलाड़ी दिए हैं जो ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत के लिए पदक जीतकर लाए हैं। पिछले सप्ताह, मैंने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में हॉकी खिलाड़ी पुखरामबम सुशीला चानू और वुशु खिलाड़ी नाओरेम रोशिबिना देवी को अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया। मैं, देश को गौरवान्वित करने के लिए फिर से दोनों को बधाई देती हूं। मुझे विश्वास है कि मेघालय गेम्स जैसे आयोजन से उत्कृष्ट एथलीट तैयार होंगे, प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा मिलेगा और एक जीवंत खेल इको-सिस्टम निर्मित होगा। राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय में खेल विज्ञान, खेल प्रौद्योगिकी, खेल प्रबंधन और खेलों की कोचिंग पर पाठ्यक्रम कराए जाते हैं। इससे क्षेत्र में एक समृद्ध खेल इको-सिस्टम तैयार होगा, इसका मुझे पूरा विश्वास है।

देवियो और सज्जनो,

मुझे बताया गया है कि इन खेलों में लगभग 3000 एथलीट भाग ले रहे हैं। मैं, इस कार्यक्रम की मेजबानी के लिए राज्य सरकार और आयोजकों की सराहना करती हूं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में इन खेलों को आयोजित करने का सरकार का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है और इससे जनता खेलों का व्यापक रूप से आनंद ले पाएगी। इन खेल आयोजनों के अलग-अलग स्थानों पर आयोजित होने से राज्य में खेल के बुनियादी ढांचे के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। मैं, राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस अवसर पर स्थानीय निवासियों को सौंदर्यीकरण कार्यक्रमों, स्वच्छता और वृक्षारोपण अभियान में शामिल करने की भी सराहना करती हूं। मुझे विश्वास है कि इस तरह के जनभागीदारी कार्यक्रम और बहु-सांस्कृतिक कार्यक्रम सामाजिक सद्भाव बनाने और राज्य के विभिन्न समुदायों में परस्पर विश्वास बनाने में बहुत सहयोगी होंगे।

भारत की खेल संस्कृति हाल के वर्षों में काफी विकसित हुई है। सरकार की नई पहलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने से भारतीय खिलाड़ी अब वैश्विक प्रतियोगिताओं में पहले से कहीं अधिक पदक जीत रहे हैं। हाल ही में आयोजित वैश्विक विश्वविद्यालय खेलों और एशियाई खेलों में भारतीय दल ने शानदार प्रदर्शन किया है। खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रम भविष्य के खेल चैंपियनों की खोज करने और उन्हें आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। हमारे एथलीट इतने दृढ़ संकल्पित और प्रतिबद्ध हैं कि वे पैरा खेलों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। हमारे पुरुष और महिला खिलाड़ी भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।

देवियो और सज्जनो,

भारत ने बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय खेल और अन्य आयोजनों की मेजबानी करके अपनी क्षमता का भी प्रदर्शन किया है। भारत ने शतरंज ओलंपियाड, अंडर-17 फुटबॉल महिला विश्व कप, पुरुष हॉकी विश्व कप, मुक्केबाजी चैंपियनशिप और हाल ही में क्रिकेट विश्व कप का आयोजन किया है। इस वर्ष मार्च में भारत पहली बार वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट (डब्ल्यूएसपीएस) इवेंट की मेजबानी करेगा। विभिन्न राज्य स्तरीय खेलों और अन्य सांस्कृतिक और व्यापारिक कार्यक्रमों के आयोजन से व्यापक खेल बुनियादी ढांचे के निर्माण और देश में एक मजबूत खेल विरासत बनाने में सहयोग मिलेगा।

मैं, देश के बच्चों और युवाओं से आग्रह करना चाहूंगी कि वे कम से कम एक खेल जरूर खेलें और खेल गतिविधियों में शामिल हों। आप खेल को करियर के रूप में अपनाएं या न अपनाएं, लेकिन एक साथ खेलने से आप सब शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के साथ-साथ आपके अंदर टीम भावना और प्रतिस्पर्धात्मकता पैदा होगी।

अंत में, मैं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देती हूं और इस आयोजन की सफलता की कामना करती हूं।

धन्यवाद! 
जय हिन्द! 
जय भारत!

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