भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान में प्रोबेशनर्स प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के 31वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाकात के अवसर पर संबोधन

राष्ट्रपति भवन : 05.02.2024

डाउनलोड : भाषण भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान में प्रोबेशनर्स प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के 31वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाकात के अवसर पर संबोधन(हिन्दी, 753.53 किलोबाइट)

मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है की आज आप सब से बातचीत करने का अवसर मिला। मैं, सिविल सेवा परीक्षा में आपकी सफलता के लिए आपको बधाई देती हूं। इस बात में कोई संदेह नहीं है की आप सब अपने दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और स्मार्ट कार्यप्रणाली के माध्यम से इन प्रतिष्ठित सेवाओं में चयनित होकर आए हैं।

आपमें से कुछ ट्रेनीज ने अभी-अभी अपने प्रशिक्षण अनुभव यहां साझा किए हैं। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि वित्त और लेखा के अपने क्षेत्र का अच्छा ज्ञान रखने के अलावा, आप सब में देश और नागरिकों की प्रगति के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने और योगदान देने का जुनून है। इसके अलावा, मुझे विश्वास है कि अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान में आपके कार्यकाल ने तीन अलग-अलग लेखा सेवाओं के बीच सहयोग की भावना को बढ़ाया होगा जो भविष्य में नए लेखांकन प्रतिमानों को लागू करने में आपकी मदद करेगा।

प्यारे युवा अधिकारियों,

यह सर्वविदित तथ्य है कि सुशासन का आधार एक अच्छी सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली है। आप जिन संगठित वित्तीय सेवाओं से हैं, उन पर एक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली बनाने और उसे बनाए रखने का दायित्व है जो सरकार के कामकाज को कुशलता से चलाने में मदद करता है। इसलिए, प्रशासन में आपकी भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि आपको शासन में औचित्य और विवेकशीलता सुनिश्चित करनी है। आपको अपनी क्षमताओं को अर्जित और उपयोग करते हुए इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाना होगा।

प्यारे प्रशिक्षु अधिकारियों,

आप ऐसे समय में सेवा में शामिल हुए हैं जब देश डिजिटल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ सेवा प्रदान करने में अधिक दक्षता लाने के बारे में जनता की अपेक्षा बढ़ रही है। इन सरोकारों को ध्यान में रखते हुए सरकारी विभागों के लिए प्रौद्योगिकी का सर्वोत्तम उपयोग करना और शासन प्रणाली को नागरिक-केंद्रित, कुशल और पारदर्शी बनाना अनिवार्य हो जाता है। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, पीएफएमएस के माध्यम से धन की सही समय पर निगरानी, ​​ई-बिल की शुरूआत और वित्तीय नियमों और प्रक्रियाओं के अपडेशन और सरलीकरण जैसे सरकार के दूरदर्शी कदमों ने सरकार के कुशलता से कार्य करने को गति प्रदान की है। आपका कार्य केवल वित्तीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने तक सीमित नहीं है, बल्कि नीतिगत परिवर्तनों के प्रभाव का विश्लेषण करना और वित्तीय प्रबंधन प्रणालियों सहित शासन की विभिन्न प्रणालियों में सुधार लाने के लिए सुधार सुझाना भी शामिल है। इन कार्यों को पूरा करने के लिए आप सबको लगातार बदलती और उन्नत हो रही प्रौद्योगिकी के साथ तालमेल बनाए रखना होगा। आप सबका यह प्रयास होना चाहिए की नवीनतम तकनीक का उपयोग करें और हमारी लेखांकन और लेखा परीक्षा प्रणालियों को निर्बाध गति से कार्य करने के लिए तंत्र विकसित करें। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपके प्रशिक्षण मॉड्यूल में डेटा विश्लेषण और डिसीजन टूल्स, सरकार में आईसीटी का उपयोग और सतत विकास पर पाठ्यक्रम शामिल हैं जो देश के शासन की अपेक्षाओं का व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में उपयोगी होंगे।

प्यारे युवा अधिकारियों,

आप सबसे सरकारी विभागों और संगठनों के वित्तीय सलाहकार और लेखा परीक्षक के रूप में भी कार्य करने की अपेक्षा की जाती है। आज, दुनिया के हर हिस्से में देश और संस्थान सार्वजनिक सेवा प्रदान करने के क्षेत्र में एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली विकसित कर रहे हैं और लेखांकन, लेखा परीक्षा और बजट में नए मानक स्थापित कर रहे हैं। आपको इन विषयों से जुड़ी सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं की जानकारी रखनी है और भारत के सर्वोत्तम लाभ के लिए जरूरी उपयोगी बातें अपनानी हैं। आप सबको यह सुनिश्चित करना है कि न केवल अपने विकास के लिए बल्कि व्यापक भलाई के लिए सीखने और नवाचार की प्रक्रिया जीवन भर चलती रहे।

मुझे विश्वास है कि यहां मौजूद परिवीक्षाधीन अधिकारी न केवल अपने व्यक्तिगत करियर में उत्कृष्टता अर्जित करेंगे, बल्कि एक प्रभावी, निष्पक्ष और जवाबदेह शासन प्रणाली सुनिश्चित करके देश के समावेशी विकास में भी योगदान देंगे। आप सबके सफल करियर और उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं।

धन्यवाद! 
जय हिन्द! 
जय भारत!

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