राष्ट्रपति भवन : 11.06.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने विद्याचरण शुक्ल के निधन पर संवेदना व्यक्त की।
उनकी पत्नी श्रीमती सरला शुक्ल को प्रेषित शोक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि ‘‘श्री शुक्ल प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी तथा मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री, पंडित रविशंकर शुक्ल के पुत्र थे। उन्होंने बहुत कम आयु में ही संसद में प्रवेश किया और काफी लंबे समय तक लोकसभा में अविभाजित मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 1967 से 1977 के बीच, प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में सेवा की और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार भी रहे। उन्होंने 1991-1996 के बीच, प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव के नेतृत्व में संसदीय कार्य तथा सिंचाई के प्रभारी केबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
एक अनुभवी सांसद, योग्य प्रशासक तथा प्रख्यात राजनेता के रूप में श्री शुक्ल ने विभिन्न क्षमताओं में हमारे देश की प्रगति में बहुमूल्य योगदान दिया। राष्ट्र उनके योगदान तथा सार्वजनिक जीवन में उत्कृष्टता के उनके प्रयासों को याद रखेगा।
श्री शुक्ल से मेरे बहुत लंबे समय तक व्यक्तिगत संबंध रहे। उनकी मृत्यु से मैंने एक मित्र तथा देश ने एक प्रमुख लोकप्रिय हस्ती को खो दिया है।’’
यह विज्ञप्ति 1825 बजे जारी की गई।