राष्ट्रपति भवन : 13.12.2014
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (12 दिसम्बर 2014) राष्ट्रपति भवन में महत्वपूर्ण समारोहों के आयोजन के लिए नए हॉल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति, हामिद अंसारी,प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी, लोकसभा की अध्यक्षा, श्रीमती सुमित्रा महाजन,पूर्व प्रधानमंत्री, डॉ. मनमोहन सिंह आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व की एक प्राचीनतम और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध सभ्यता होने के कारण भारत की एक सांस्कृतिक विरासत है जो समय जितनी गहन है। बाबू राजेन्द्र प्रसाद के बाद आने वाले प्रत्येक राष्ट्रपति ने प्रदर्शन कलाओं और उनके कलाकारों के लिए एक मंच के रूप में राष्ट्रपति भवन उपलब्ध करवाकर इस विरासत को जीवित रखने का प्रयास किया है। वर्तमान समारोह हॉल हमारे स्थापित तथा युवा कलाकारों को अपनी प्रस्तुतियों और कलाकृतियों के प्रदर्शन के लिए आवश्यक स्थान और अवसर प्रदान करके हमारी संस्कृति को पुन:सशक्त करने की इस पहल को आगे बढ़ाएगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनका प्रयास राष्ट्रपति भवन को एक सांस्कृतिक रूप से जीवंत, गतिशील और सजीव केन्द्र बनाना है, जो एक महत्वकांक्षी और ‘आगे बढ़ते’ भारत को प्रतिबिंबित करता हो-एक ऐसा भारत जो तेजी से प्रगति करते हुए भी अपनी संस्कृति और सभ्यतागत मूल्यों में गहराई से रचा-बसा हो।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस समारोह हॉल के निर्माण से हमें खराब मौसम में भी अपने समारोहों को जारी रखने का आवश्यक विकल्प मिलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि समारोह हॉल राष्ट्रपति संपदा स्थित विविधतापूर्ण भवनों की प्रतिष्ठा में महत्वपूर्ण वृद्धि करेगा।
यह हॉल एक कलादीर्घा, बहु-उद्देश्यीय हॉलों और सभागार सहित एकीकृत राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केन्द्र का हिस्सा होगा। वर्तमान सभागार के विस्तार के रूप में निर्मित, 55मी.x 41मी. का यह समारोह हॉल खराब मौसम के दौरान 15अगस्त को ‘एट होम’ समारोह तथा विदेशी गणमान्य अतिथियों को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री अनेक वरिष्ठ मंत्री,राज्यपाल आदि शामिल थे।
समारोह हॉल के उद्घाटन के बाद पंडित राजन-साजन मिश्र की गायन प्रस्तुति हुई।
यह विज्ञप्ति1235 बजे जारी की गई।