राष्ट्रपति भवन : 25.07.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने 25 जुलाई 2013 को अपने कार्यकाल की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विभिन्न डिजिटल पहलों का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश के आम नागरिकों को सदैव देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के बारे में जानने की इच्छा और उत्सुकता रहती है। भले ही, राष्ट्रपति भवन भारत के राष्ट्रपति के कार्यालय के रूप में प्रयोग होता है परंतु इस भवन तक आम जनता की पहुंच बढ़ाने के लिए हर एक प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि हम राष्ट्रपति भवन का एक बड़ा हिस्सा जनता के देखने के लिए खोलने में सक्षम हो पाए हैं। ऐसे भ्रमणार्थियों को यह भवन देखने के लिए समुचित अवसर दिया जा रहा है जो इसके शानदार इतिहास तथा वास्तुशिल्पीय धरोहर तथा हमारे देश के निर्माण के इतिहास का जायजा लेना चाहते हैं। इससे, किसी हद तक, युवा पीढ़ी को जानकारी प्राप्त होगी तथा उनमें गर्व तथा राष्ट्रीयता की भवना का समावेश होगा। उन्होंने कहा कि वे चाहेंगे कि राष्ट्रपति भवन देशवासियों के बीच गर्व की भवना का संचार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
डिजिटल पहलों के तहत राष्ट्रपति भवन की नवरूप वेबसाइट (www.presidentofindia.nic.in)में आकाशवाणी तथा फिल्म प्रभाग से प्राप्त ऐतिहासिक भाषण, वृतचित्र तथा न्यूजरील जोड़े गए हैं, जो निम्नवत् हैं:
• पंडित जवाहरलाल नेहरू के भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनि और डेथ ऑफ महात्मा गांधी’
• महात्मा गांधी, लॉर्ड माउंटबेटेन, सी. राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपतियों, इंदिरा गांधी सहित पूर्व प्रधानमंत्रियों तथा अन्य प्रमुख राजनेताओं आदि के भाषण।
• गांधी जी पर उनके अफ्रीका से लौटने के बाद की फिल्म, लॉर्ड माउंटबेटन का प्रस्थान, गांधीजी की अंत्येष्टि, नेहरू जी पर वृत्तचित्र, राजाजी का शपथग्रहण, प्रथम गणतंत्र दिवस आदि।
राष्ट्रपति पुस्तकालय की, 1525 प्राचीन और दुर्लभ पुस्तकों का सूचीपत्र, ‘राष्ट्रपति का कार्यकाल: प्रथम वर्ष की झांकियां,’ नामक वीडियोफिल्म तथा एक डिजिटल फोटो लाइब्रेरी भी इस वेबसाइट से जोड़ी गई है।
इस सबको, वेबसाइट के दाहिनी ओर नीचे दिए गए ‘राष्ट्रपति भवन पुस्तकालय’ के आइकन को एक बार क्लिक करके देखा जा सकता है।
यह विज्ञप्ति 1850 बजे जारी की गई।