राष्ट्रपति भवन : 24.02.2016
2015 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा कार्यकौशल चरण-1 में भाग ले रहे रॉयल भूटान नागरिक सेवा के अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों सहित भारतीय प्रशासनिक सेवा परिवाक्षाधीनों के एक समूह ने आज (24 फरवरी, 2016) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने युवा अधिकारियों का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वे विविध पृष्ठभूमियों से आए हैं परंतु यह विविधता एक ही धारा में सम्मिलित हो गई है जो एक अत्यंत विशिष्ट जन सेवा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में हम न केवल विविधता पर गर्व करते हैं बल्कि विविधता को संजोते भी हैं। उन्होंने परिवीक्षाधीनों से समाज में अपेक्षित परिवर्तन लाने का आग्रह किया। उन्होंने सदैव यह याद रखने की सलाह दी कि वे सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी अकादमी का ध्येय वाक्य ‘शीलं परम भूषणम्’ है और जनता के प्रति उनका आचरण और व्यवहार उनका सर्वोत्तम आभूषण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्य के प्रति उनकी मनोवृत्ति और दृष्टिकोण महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इससे न केवल उनका अपना जीवनवृत्त बल्कि राष्ट्र का भविष्य भी प्रभावित होगा। इस संबंध में, यदि वे यह अनुभव करेंगे कि वे राष्ट्र निर्माण में योगदान कर रहे हैं तो उन्हें अत्यधिक संतुष्टि प्राप्त होगी।
परिवीक्षाधीन 22 से 26 फरवरी, 2016 तक संसदीय अध्ययन और प्रशिक्षण ब्यूरो में भाग लेने के लिए दिल्ली में हैं।
यह विज्ञप्ति 1610बजे जारी की गई।