राष्ट्रपति भवन : 08.03.2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (08 मार्च, 2015) राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वर्ष2014 के लिए स्त्री शक्ति पुरस्कार और नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि महिला सशक्तीकरण तथा उनकी समानता, स्वतंत्रता और गरिमा हमारे देश की महिलाओं का एक सुदूर लक्ष्य अथवा चिरप्रतीक्षित आकांक्षा नहीं है। यह उनका एक पावन अधिकार है। यह कोई ऐसी विशेष सुविधा नहीं है जिसके लिए उन्हें प्रयास करना चाहिए। यह 3000 वर्षों से अधिक वर्ष पूर्व हमारे प्राचीन समाजों द्वारा स्वयं के लिए निर्धारित आचार संहिता का एक प्रमुख तत्व रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जब स्वतंत्र भारत के संस्थापकों ने हमारे संविधान का निर्माण किया, तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि इसके सिद्धांतों और प्रावधानों में महिला अधिकारों और समानता पर पूरा बल दिया जाए। हमारी केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं के विकास समुचित प्राथमिकता दे रही हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि तथापि, अभी भी ऐसे सामाजिक रवैए और मनोवृत्तियां मौजूद हैं जो हमारे समाज और अर्थव्यवस्था में भारतीय महिलाओं की स्थिति और दर्जे के सुधार की गति में बाधक हैं। इसके लिए तत्काल व्यक्तिगत और सामूहिक आत्मविश्लेषण की जरूरत है। हमें इन कमजोरियों और उनके मूल कारणों की पहचान करनी होगी। हमें भारत की महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन को बाधित करने वाली ढांचागत और संस्थागत रुकावटों को दूर करने के जरूरी प्रयास करने चाहिए। उदाहरण के लिए, महिलाओं के विरुद्ध हिंसा हमारे देश की महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, कल्याण और क्षमता के प्रति खतरा बनी हुई है। उनकी डर की भावना भी उनके घूमने-फिरने की स्वतंत्रता तथा शिक्षा,कामकाज और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच में बाधक बनती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वास्तविक सशक्तीकरण के लिए महिलाओं के जीवन को प्रभावित करने वाले सभी पहलुओं-चाहे वे सामाजिक,आर्थिक या राजनीतिक हों, का प्रभावी संगम आवश्यक है। आइए, हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उनकी पूर्ण क्षमता का उपयोग करने तथा हमारे देश के विकास के सभी पहलुओं में सार्थक सहभागिता के लिए भारत की महिलाओं की लैंगिक समानता और सशक्तीकरण सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुन: दोहराएं।
राष्ट्रपति ने स्त्री शक्ति और नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए इस कार्यक्रम के आयोजन तथा एक महान कार्य हेतु विशिष्ट पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए महिला और बाल विकास मंत्रालय को बधाई दी।
यह विज्ञप्ति 13:55 बजे जारी की गई।