राष्ट्रपति मुर्मु ने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया
राष्ट्रपति भवन में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास/उद्घाटन किया
प्रेजिडेंसी के एक वर्ष पूरा होने पर ई-बुक लॉन्च की
राष्ट्रपति भवन : 25.07.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 25 जुलाई, 2023 को अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा कर लिया।
राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्रपति भवन पिछले एक साल में अधिक से अधिक लोगों से जुड़ा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राष्ट्रपति भवन के अधिकारी प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करके तंत्र को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए काम करना जारी रखेंगे।
अपने राष्ट्रपति पद के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु कई गतिविधियों में शामिल हुईं, जैसे :
1. राष्ट्रपति संपदा में स्थित शिव मंदिर के पुनर्विकास की आधारशिला रखी
2. राष्ट्रपति संपदा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय के खेल मैदान में क्रिकेट पवेलियन के निर्माण की आधारशिला रखी गई।
3. इंटेल इंडिया के सहयोग से राष्ट्रपति भवन द्वारा विकसित एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस गैलरी - नवाचार का उद्घाटन किया गया। इस गैलरी में विद्यार्थियों और एआई प्रशिक्षकों के व्यापक नवाचारों और स्वदेशी एआई समाधानों को प्रदर्शित किया गया है। यह छह इंटरैक्टिव एक्ज़िबिट्स से सुसज्जित है जो राष्ट्रपति भवन की भव्यता के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं और एआई कौशल को उदार बनाने की प्रेरणा का भाव जगाता है।
4. राष्ट्रपति भवन का टेक्सटाइल संग्रह - सूत्र-कला दर्पण का उद्घाटन किया। इस गैलरी में प्राचीन वस्त्रों का एक अच्छा संग्रह प्रदर्शित किया है जिसमें राष्ट्रपति भवन की शानदार विरासत दिखाई गई है। राष्ट्रपति भवन विशिष्ट टेक्सटाइल परंपराओं का भंडार है, जिसमें जरदोज़ी और सोने की कढ़ाई वाले मखमल के कालीन से लेकर, बिस्तर और टेबल कवरिंग, सुंदर मलमल और रेशम के पर्दे शामिल हैं। प्रत्येक उत्कृष्ट कृति से न केवल कलात्मक प्रतिभा का पता चलता है बल्कि इस प्रतिष्ठित इमारत की स्थाई विरासत के एक अनमोल प्रमाण के रूप में भी काम करती है।
5. जनजातीय दर्पण का उद्घाटन - विभिन्न आदिवासी समुदायों की सामान्य और परस्पर जोड़ने वाली सांस्कृतिक विशेषताओं को प्रदर्शित करने वाली एक गैलरी। इस गैलरी का उद्देश्य समृद्ध कला, संस्कृति और इस राष्ट्र के निर्माण में आदिवासी समुदायों के योगदान की एक झलक प्रदान करना है। इस गैलरी में अलग-अलग थीम शामिल हैं जैसे गुमनाम आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, पारंपरिक प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रथाएं जैसे हलमा, डोकरा कला, संगीत वाद्ययंत्र, गुंजला गोंडी लिपि, कृषि और घरेलू उपकरण, बैम्बू बास्केट, टेक्सटाइल, वारली, गोंडी और मिट्टी कला जैसी पेंटिंग, स्क्रॉल, मुखौटे और आभूषण, धातु की वस्तुएँ, शस्त्र, टैटू वाली समसामयिक तस्वीरें, इकॉलोजिकल सेटिंग और राजदंडों को दर्शाने वाला डायोरमा। इस गैलरी की स्थापना राष्ट्रपति भवन द्वारा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के सहयोग से की गई है।
6. राष्ट्रपति के सचिव, श्री राजेश वर्मा, एनआईसी के महानिदेशक, श्री राजेश गेरा और राष्ट्रपति भवन और एनआईसी के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में भारत के राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन की पुनर्विकसित वेबसाइट लॉन्च की गई। उन्होंने ई-बुक (लिंक https://rb.nic.in/rbebook.htm) के रूप में प्रेजिडेंसी के पिछले एक वर्ष की झलकियों का एक संकलन भी जारी किया।
7. आयुष कल्याण केंद्र, राष्ट्रपति संपदा पर पुस्तक की पहली प्रति स्वीकार की, जिसका शीर्षक है 'स्वास्थ्य संरक्षण, परंपराओं को अपनाना'।
वेबसाइट लॉन्च कार्यक्रम में अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में, राष्ट्रपति के सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति भवन ने पिछले एक वर्ष में कई नागरिक केंद्रित पहल की हैं, जैसे कि राष्ट्रपति निवास, मशोबरा और राष्ट्रपति निलयम को पूरे वर्ष जनता के लिए खोलना, अमृत उद्यान खोलने के दिनों की अवधि बढ़ाना और आगंतुक स्लॉट की संख्या में वृद्धि करना। राष्ट्रपति संपदा में आउट-ऑफ़-बॉक्स सोच पर ज़ोर देने और कामकाजी और रहने के माहौल में समग्र सुधार के लिए एक चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था। उन्होंने इन पहलों में मार्गदर्शन और संरक्षण के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया।