भारतीय पुलिस सेवा के प्रोबेशनर्स ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 18.11.2023
75 आरआर (2022 बैच) के भारतीय पुलिस सेवा प्रोबेशनर्स के एक समूह ने आज 18 नवंबर, 2023 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
प्रोबेशनर्स को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पुलिस प्रशासन और कानून-व्यवस्था का प्रमुख दायित्व राज्य सरकारों पर होता है। लेकिन आईपीएस अधिकारी राज्य सरकारों द्वारा नियुक्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को नेतृत्व प्रदान करते हैं। इस प्रकार देश की पुलिस व्यवस्था को एक अखिल भारतीय सूत्र में पिरोने का कार्य भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कानून-व्यवस्था का सुदृढ़ होना एक अनिवार्य शर्त है। विश्व स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर और स्थानीय स्तर पर यह देखा गया है कि जहां कानून व्यवस्था मजबूत नहीं होती है, वहाँ उद्यमी निवेश नहीं करना चाहते हैं। इस प्रकार पुलिस विभाग की किसी भी क्षेत्र के बहुआयामी विकास में केन्द्रीय भूमिका होती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का लक्ष्य सभी नागरिकों की प्रतिभा और क्षमता के विकास हेतु अवसर प्रदान करना है। यह हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकता है कि सभी नागरिक विकास यात्रा में भागीदार बनें। उन्होंने कहा कि अमृतकाल में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सिद्ध करने में पुलिस अधिकारी की भी निर्णायक भूमिका रहेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि पुलिस बलों ने देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने और देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने में अमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस बलों के सामने साइबर अपराध, ड्रग कार्टेल, वामपंथी उग्रवाद और आतंकवाद जैसी अनेक चुनौतियां हैं। नई-नई तकनीक और सोशल मीडिया के प्रभाव से परिस्थितियाँ तेजी से बदलती हैं। अपराधियों द्वारा जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाता है और डीप-फेक जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को तकनीक के क्षेत्र में हमेशा अपडेट रहना होगा और अपराधियों पर सदैव बढ़त हासिल करनी होगी।