भारत की राष्ट्रपति ने राजस्थान विधानमंडल के सदस्यों को संबोधित किया

राष्ट्रपति भवन : 14.07.2023

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 14 जुलाई, 2023 को जयपुर में राजस्थान विधानमंडल के सदस्यों को संबोधित किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान के सिद्धांत हमारे स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों पर स्थापित किए गए हैं। न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के ये संवैधानिक आदर्श सभी विधायकों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत होने चाहिए।

राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान में सभ्यता और संस्कृति के हर पहलू की बहुत गहरी परंपराएं हैं। स्वाभिमान के लिए लड़ने का भाव राजस्थान के लोगों में कूट-कूट कर भरा हुआ है। यह राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का आधार रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनजातियों सहित सभी समुदायों के लोगों ने देशभक्ति के अनूठे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान की लोक मनमोहक प्रकृति और कलाकृतियां पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करती हैं। जैसलमेर के रेगिस्तान से लेकर माउंट आबू तक, उदयपुर की झीलों और रणथंभौर के वनों में प्रकृति की मनमोहक छटा है। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान के उद्यमशील लोगों ने भारत और विदेशों में वाणिज्य और व्यापार के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावशाली छाप छोड़ी है।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह राजस्थान के लिए गौरव की बात है कि वर्तमान संसद के दोनों सदनों की अध्यक्षता राजस्थान विधानसभा के पूर्व सदस्य कर रहे हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि प्राचीन काल से ही इस धरती पर समानता और लोकतांत्रिक भावनाओं पर आधारित राजव्यवस्था रही है। आजादी के बाद श्री मोहनलाल सुखाड़िया से लेकर श्री भैरोंसिंह शेखावत तक के जन प्रतिनिधियों ने राज्य में समावेशी एवं कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में प्रभावी अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने जोर देकर कहा कि समावेशी विकास की इस परंपरा को मजबूत करना और जनहित में काम करना सभी विधायकों का कर्तव्य है।

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