भारत की राष्ट्रपति 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के पुरस्कार समारोह में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 24.09.2025
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 24 सितंबर, 2025 को नई दिल्ली में ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के पुरस्कार समारोह में शामिल हुईं।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि उनके कार्य से अन्य कलाकारों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत की परंपरा में कला को एक आध्यात्मिक साधना माना गया है। भारत की कला न केवल सौंदर्यबोध का माध्यम है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने और समाज को अधिक संवेदनशील बनाने का एक सशक्त माध्यम भी है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि कलाकार अपने विचारों, दृष्टि और कल्पनाशीलता से एक नए भारत की छवि प्रस्तुत कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने इस बात पर ज़ोर दिया कि कलाकारों को कला को मूर्त रूप देने के लिए अपना समय, ऊर्जा और संसाधन लगाना पड़ता है। कलाकृतियों का उचित मूल्य मिलना उस कलाकार के साथ-साथ उन लोगों को भी प्रोत्साहित करेगा जो कला को पेशे के रूप में अपनाना चाहते हैं। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि ललित कला अकादमी कलाकारों की कलाकृतियों की बिक्री को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे कलाकारों को आर्थिक संबल मिलेगा और हमारी रचनात्मक अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाएगा। उन्होंने कला प्रेमियों से आग्रह किया कि वे केवल कलाकृतियों को सराहें ही नहीं बल्कि उन्हें अपने साथ अपने साथ घर भी ले जाएँ। उन्होंने कहा कि हम सब को एक आर्थिक और सांस्कृतिक शक्ति के रूप में भारत की पहचान को मज़बूत करने के लिए मिलकर कार्य करना है।