भारत की राष्ट्रपति भारत स्काउट्स और गाइड्स के हीरक जयंती समारोह में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 28.11.2025
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 28 नवंबर, 2025 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भारत स्काउट्स और गाइड्स के हीरक जयंती समारोह में भाग लिया और 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि पिछले 75 वर्षों से भारत स्काउट्स और गाइड्स युवाओं को सही दिशा देने, उन्हें अनुशासित बनाने और उनको राष्ट्र-निर्माण में सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रेरित करता रहा है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सेवा का भाव स्काउट्स और गाइड्स की सबसे बड़ी विशेषता है। चाहे बाढ़ आई हो, भूकंप आया हो या कोई महामारी फैली हो स्काउट्स और गाइड्स हमेशा सहायता के लिए सबसे आगे खड़े दिखाई देते हैं। इस संगठन की एक और विशेषता राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना है। उन्होंने युवाओं को सशक्त, संवेदनशील और देश को बेहतर बनाने का संकल्प लेने वाले युवा बनाने के लिए भारत स्काउट्स और गाइड्स की प्रशंसा की।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में 63 लाख से अधिक स्काउट्स और गाइड्स हैं और भारत स्काउट्स और गाइड्स विश्व के सबसे बड़े स्काउट्स और गाइड्स संगठनों में से एक है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि 24 लाख से ज़्यादा लड़कियाँ इस संगठन से जुड़ी हैं। उन्होंने समाज और मानवता के कल्याण के लिए अनुशासन, समर्पण का मार्ग चुनने के लिए उन सभी लड़कियों की सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्काउट्स और गाइड्स का आदर्श वाक्य "तैयार रहो" है। इसका अर्थ है कि भविष्य में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना है। उन्होंने स्काउट्स और गाइड्स को बिना घबराए, दृढ़ता और आत्मविश्वास के साथ किसी भी चुनौती का सामना करने की क्षमता विकसित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि चाहे वो तकनीकी कौशल हो, संवाद कौशल हो, टीम के सदस्यों के साथ समन्वय का कौशल हो, समस्या समाधान का कौशल हो या नेतृत्व की क्षमता हो ये सभी उनके जीवन में मददगार होंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश के युवा इस देश के भविष्य के निर्माता और इसकी महान सांस्कृतिक और सभ्यतागत परंपराओं के संरक्षक भी हैं। जिस तरह से एक दिये से अनेक दिये जलाए जा सकते हैं एक सशक्त और संवेदनशील व्यक्ति अनेक व्यक्तियों को सशक्त और संवेदनशील बना सकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि युवा हमारे राष्ट्र के विकास के लिए स्वयं को समर्पित करेंगे।
